नटवरलाल के भरोसे है मतस्य विभाग,
विभाग और विभाग के टेबल तक को मैनेज करते है Mr नटवरलाल,इसलिए तो100 से जायदा तालाबों की जिम्मेदारी मिली है, Mr नटवरलाल को, सबका साथ सबका विकास नटवरलाल के सहारे
पाकुड़ मतस्य विभाग के सर्वेसर्वा पाकुड़ के रहने वाले Mr नटवरलाल के द्वारा ही मतस्य विभाग को चलाया जा रहा है,विभाग भी हमेशा काफी मेहरबानी दिखाता है नटवरलाल के उपर इसलिए तो100 से भी जायदा तालाब की जिम्मेदारी नटवरलाल के कांधे पर दी गई है,नटवरलाल की बाजार में चर्चा भी खूब जोर है,तालाब की झलाई हो या फिर तालाब में डालने वाली दवाई हो सारा काम नटवरलाल ही करते है,काफी दबंग इंसान है इसलिए तो अपने साले को जो बंगाल के रहने वाले है मतस्य विभाग में नौकरी भी दिलवा दी है,जिसमे विभाग का खूब साथ है,बड़ा बाबू जिनको कान से ठीक से सुनाई नही देता,इसलिए नटवरलाल के साले को अपने बगल में स्थान दिया है,इसे तो विभाग का आशीर्वाद ही बोलेंगे जो झारखंड के बाहर के लोग को अपने विभाग में नौकरी दी है,, मतस्य विभाग के ऑफिसर तो कभी कदार ही ऑफिस में नजर आते है,ऑफिसर मैडम तो फोन कॉल भी रिसीव नहीं करती है,नटवरलाल है सब कुछ मैनेज कर देंगे,ऑफिस और ऑफिस के बाहर का काम सारा नटवरलाल और इनके साले ही करते है,
बंगाल के आदमी को विभाग नोकरी कैसे दे सकता है,यह भी एक जांच का मामला है,किया विभाग नटवरलाल के सामने पंगु है,यह फिर नटवरलाल के द्वारा सप्लाई की जाने वाली मछली की आदत और स्वाद जायदा जीभ को लुभाती है,जिसके कारण विभाग के आंख,मुंह और कान तीनों बंद है,