एनडीए की पटना रैली को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने चुटकी ली है. एनडीए की रैली में जुटी भीड़ को लेकर उन्होंने पीएम मोदी, नीतीश कुमार और लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान पर निशाना साधा. चारा घोटाला के कई मामले में सजा काट रहे लालू ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘नरेंद्र मोदी, नीतीश और पासवान जी ने महीनों ज़ोर लगा सरकारी तंत्र का उपयोग कर गांधी मैदान में उतनी भीड़ जुटाई है जितनी हम पान खाने अगर पान की गुमटी पर गाड़ी रोक देते है तो इकट्ठा हो जाती है. जाओ रे मर्दों, और जतन करो, कैमरा थोड़ा और ज़ूम करवाओ. ‘ लालू चर्चित चारा घोटाले के कई मामले में रांची की होटवार में सजा काट रहे हैं. इन दिनों रांची के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है.
नरेंद्र मोदी, नीतीश और पासवान जी ने महीनों ज़ोर लगा सरकारी तंत्र का उपयोग कर गांधी मैदान में उतनी भीड़ जुटाई है जितनी हम पान खाने अगर पान की गुमटी पर गाड़ी रोक देते है तो इकट्ठा हो जाती है। जाओ रे मर्दों, और जतन करो, कैमरा थोड़ा और ज़ूम करवाओ।
लालू ने आगे ट्वीट किया, ‘बिहार की महान न्यायप्रिय धरा ने औक़ात दिखा दिया. योजना फ़ेल होने की बौखलाहट में आदमी कुछ भी झूठ बक सकता है. जुमले फेंक सकता है. बिहार में संभावित हार की घबहराहट से आत्मविश्वास इतना हिला हुआ है कि अब हिंदी भी स्पीच टेलीप्रॉम्प्टर में देखकर बोलना पड़ रहा है.’
बिहार की महान न्यायप्रिय धरा ने औक़ात दिखा दिया। योजना फ़ेल होने की बौखलाहट में आदमी कुछ भी झूठ बक सकता है। जुमले फेंक सकता है। बिहार में संभावित हार की घबहराहट से आत्मविश्वास इतना हिला हुआ है कि अब हिंदी भी ”स्पीच टेलीप्रॉम्प्टर में देखकर बोलना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि पटना के गांधी मैदान में किसी जमाने में लालू प्रसाद यादव की रैलियों में रिकॉर्ड भीड़ जुटती थी. एनडीए की रैली में उससे ज्यादा भीड़ जुटाने की कोशिश थी.
इससे पहले रविवार को जेडीयू ने भी रैली से पहले राजद पर पोस्टरों के जरिए हमला बोला था. ‘संकल्प रैली’ के पहले जनता दल (युनाइटेड) ने एक पोस्टर के जरिए ‘कानून का राज’ और ‘कैदी राज’ चुनने की बात पूछी. जद (यू) के विधान पार्षद और प्रवक्ता नीरज कुमार के आवास सहित शहर के कई स्थानों पर लगे इस पोस्टर में एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दूसरी तरफ जेल में बंद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद, राजद के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन और राजद विधायक राजवल्लभ यादव की तस्वीर थी. पोस्टर के माध्यम से लोगों से पूछा गया कि इसमें से क्या चुनना है.
नीरज कुमार ने रविवार को कहा, “जनता को यह तय करना है कि उन्हें कैदी राज चाहिए या ‘कानून का राज.’ जनता को तय करना है कि बिहार की सरकार मुख्यमंत्री आवास से चलेगी या तिहाड़, होटवार और बेउर जेल से?”