भारतीय क्रिकेट टीम बुधवार को फिरोज शाह कोटला मैदान पर साख की लड़ाई हार गई. ऑस्ट्रेलिया ने उसे पांचवें और निणार्यक वनडे मैच में 35 रनों से हरा दिया. इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती दो मैच गंवाने के बाद भी लगातार तीन मैच जीत 3-2 से सीरीज अपने नाम की और दस साल बाद भारत में वनडे सीरीज जीतने का सम्मान हासिल किया. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम के सामने 273 रनों का लक्ष्य रखा, लेकिन भारतीय टीम 50 ओवरों में सभी विकेट खोकर 237 रन ही बना सकी. ऑस्ट्रेलिया की भारत में यह 10 साल बाद पहली वनडे सीरीज जीत है. इससे पहले उसने 2009 में भारतीट टीम को उसके घर में हराया था.
केदार जाधव (44) और भुवनेश्वर कुमार (46) ने सातवें विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत दिलाने की कोशिश की लेकिन वे अपने प्रयास को अंजाम तक नहीं पहुंचा सके. यह भारतीय टीम की अपने घर में 2015-16 के बाद से पहली वनडे सीरीज हार है. इसी के साथ वह अपने घर में लगातार सातवीं वनडे सीरीज दर्ज करने से चूक गई. वहीं ऑस्ट्रेलिया चौथी ऐसी टीम बनी है जिसने शुरुआती दो मैच हारने के बाद सीरीज अपने नाम की हो. ऐसा सिर्फ पांचवीं बार हुआ है जब किसी टीम ने शुरुआती दो मैच गंवाने के बाद सीरीज जीती हो.
ऑस्ट्रेलिया से मिले 273 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरा भारतीय टीम अच्छी शुरूआत नहीं कर सकी. लेकिन भारतीय टीम 50 ओवरों में सभी विकेट खोकर 237 रन ही बना सकी. शिखर धवन 12 रन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट लिए. तब टीम का कुल स्कोर 15 रन था. अपने घरेलू मैदान पर कप्तान विराट कोहली सिर्फ 20 रन ही बना सके और मार्कस स्टोइनिस की गेंद पर विकेट के पीछे एलेक्स कैरी के हाथों लपके गए. चौथे नंबर पर ऋषभ पंत आए लेकिन सिर्फ 16 रन ही बना सके.
रोहित शर्मा (56) से भारत को उम्मीदें थीं लेकिन जम्पा ने उन्हें 132 के कुल स्कोर पर अपना दूसरा शिकार कर भारत की उम्मीदों को तगड़ा झटका दिया. रवींद्र जडेजा खाता भी नहीं खोल पाए. अंत में केदार और भुवनेश्वर ने बेहतरीन साझेदारी की लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए.
कोहली ने मैच के बाद कहा, “ईमानदारी से कहूं तो हम में से कोई भी खिलाड़ी निराश नहीं है, ना ही किसी तरह का पछतावा है. निश्चित ही जो प्रयोग किए गए, हार के लिए उनका बहाना नहीं दे सकते. विश्व कप को लेकर संभवत : एक ही स्थान के लिए हमें माथा-पच्ची करनी है अन्यथा हम अपने 11 खिलाड़ियों को लेकर अपने दिमाग में बहुत साफ है.”
कोहली ने कहा, “हमने कुछ फैसले सही नहीं लिए, उस पर हमें सोचना होगा. विश्व कप में हमें कहां जाना उस पर हम बिल्कुल साफ है. हमारा ध्यान अब सिर्फ बेहतर फैसले लेने पर है. हमारी टीम संतुलित है. विश्व कप में आगे जाने के लिए हमें बस अपने सही फैसले लेने पर ध्यान देना है.”
उन्होंने कहा, “आस्ट्रेलिया ने उसी तरह की क्रिकेट खेली, जिस तरह की हमने आस्ट्रेलिया में खेली. उनमें वही ऊर्जा और इच्छा शक्ति थी जो आस्ट्रेलिया में हममे थी. उन्होंने हाथ आए मौकों को भुनाया और हम पर हावी रहे. भारत के साथ भारत में सीरीज जीतना आस्ट्रेलिया के लिए बहुत बड़ी बात है और इस जीत से उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा.”