लेम्भुआ गाँव में नाबालिक किशोरी की शव को रात में आनन फानन में अंतिम संस्कार बना चर्चा का विषय

थाना में बिना सूचना दिये रात्रि में ही करवा दिया गया था अंतिम संस्कार, जांच जारी

संवाददाता: टंडवा,चतरा

टंडवा के पदमपुर पंचायत के लेम्बुआ गांव के एक दलित परिवार महेश भुइयाँ की नाबालिक पुत्री को बीते शुक्रवार की रात्रि में संदिग्ध मौत पर रात में ही स्थानीय थाना की सूचना दिए बगैर रात एक बजे गांव में अंतिम संस्कार कर देने से पूरा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जाता है कि दलित परिवार के साथ गांव के कुछ दबंगों द्वारा इस पूरे शर्मशार घटना को लीपापोती करने के लिए रात में ही अंतिम संस्कार करवा दिया गया था। घटना के बाद आसपास के क्षेत्रों में जितनी मुह उतनी बातें कही जा रही है। 

    हालांकि पुलिस मामले में टंडवा इंस्पेक्टर अनिल उरांव और डीएसपी प्रभात रंजन ने गांव पहुँच कर पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ली और परिवार के सदस्यों से पूछताछ की है। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि हर पहलू पर जांच जारी है। बताया जाता है कि गांव में दबंगों के डर से लोग कुछ भी बताने से डरते हैं। गांव के कुछ दबंगों द्वारा पूर्व से ही गांव में दबदबा है। जिसके कारण कोई भी मुँह खोलने से कतराते हैं। वहीं आसपास के क्षेत्रों में चर्चा है कि शर्मनाक घटना के बाद गांव में कुछ दबंगों द्वारा रात में एक अदालत लगा कर फरमान जारी किया गया। जिसके बाद रात एक बजे किशोरी के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

      आख़िर क्या राज छुपाने के लिए किशोरी की मृतक शरीर को रात्रि में जलना पड़ा? घटना के बाद स्थानीय थाना में बगैर जानकारी दिए क्यों रात में करवा अंतिम संस्कार दिया गया? रात में अदालत लगाकर फरमान क्यों सुनाया गया? क्या है राज? अंतिम संस्कार में कौन थे शामिल? इन बातों की चर्चा जोरों पर है। सही जांच होने पर बड़ा पर्दा उठ सकता है। हर पहलुओं पर पुलिस प्रशासन द्वारा जाँच की जा रही है।

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