वसीम आलम
साहिबगंज : शहर में पुलिस की सूचना तंत्र बन रही कमजोर धड़ल्ले से अवैध लॉटरी के कारोबारी हो रही है,अवैध लॉटरी के कारोबारी के विरुद्ध प्रशासन स्तर से समय-समय पर कार्यवाही के बावजूद क्षेत्र में अवैध लॉटरी के माफियाओं का मनोबल ऊंचा है| शॉर्टकट में करोड़पति बनने और बनाने का खेल का यह अवैध कारोबार साहिबगंज जिले में धड़ल्ले से चल रहा है| जहाँ नगर थाना क्षेत्र से लेकर जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र तक खूब अवैध लॉटरी का धंधा फल- फूल रहा है| सूत्रों के अनुसार नगर थाना क्षेत्र के बंगाली टोला,गुल्लीभट्टा राजश्री हॉल,के समीप बाटा रोड,कुलीपाड़ा,हरिपुर, नवभारत हॉल के समीप,कॉलेज रोड जैसे कई चाय दुकानों में बैठकर माफियाओं के द्वारा सेलिंग की जाती है.वही जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत अंजुमन नगर, समलापुर,केलाबाड़ी,मजहर टोला सहित अन्य ठिकानों पर अवैध कारोबार का धंधा चल रहा है| सूत्रों का यह भी कहना है कि पश्चिम बंगाल के वैध लॉटरी टिकट का नकली प्रति बनाकर इस नंबर से शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में लॉटरी माफियाओं के माध्यम से लॉटरी सेल को उपलब्ध कराया जाता है| अवैध कारोबार क्षेत्र में कुछ इस तरह फैल गया है कि जहां दैनिक मजदूर अपनी गाढ़ी कमाई से प्रतिदिन लॉटरी टिकट खेल रहे हैं| कथित बेरोजगार युवक टिकट बिक्री में लगाकर इस अवैध कारोबार के दलदल में फस रहे हैं | लॉटरी गिरोह की सेटिंग और सक्रियता ऐसी है कि शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र हर मोहल्ले में एजेंट के माध्यम से टिकट की बिक्री की जाती है | समय-समय पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी की जाती है,लेकिन वो महज खानापूर्ति ही साबित होता है | अगर प्रशासन चाह ले तो चंद दिनों में ही माफियाओं को सलाखों के पीछे भेज सकती है|और अवैध धंधा को जड़ से खत्म किया जा सकता है.कई युवा,व मजदूरो के घर परिवार बर्बाद होने से प्रशासन बचा सकती है| बताया जाता है कि अवैध लॉटरी माफियाओं के द्वारा कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है.जैसे X.Y.Z का मतलब होता है. किस माफियाओं के पास कौन सा अवैध लॉटरी का सीरीज है.और काउंटिंग के बाद माफियाओं के द्वारा छोटे महाजन को दिया जाता है |इस धंधे में छोटे हो या बड़े सभी के सेल फोन में रिकॉर्ड रहता है | पिछले कई सालों से शहर में अवैध लॉटरी का खेल चल रहा. इस कारोबार से जुड़े लोग बड़ी सुनियोजित तरीके से लोगों को इस ओर आकर्षित कर रहे है | लॉटरी कारोबारियों द्वारा कम पढ़े-लिखे मजदूर तबके के लोगों को अपनी स्कीम का लालच देकर प्रभावित किया जा रहा है. इसके लिए अवैध लॉटरी बेचने वाले एजेंटो का कमीशन तय रहता है| गरीब तपके के लोग को स्क्रीम की लालच में लॉटरी माफिया जाल में लगातार फसाते चले जाते हैं| लॉटरी में पैसा लगाने वाले को यह लगता है कि अगली बार लॉटरी में उनका ही नंबर आएगा | इस लालच में लोग लगातार इसमें पैसा लगाते जा रहे हैं | मजदूरी कर अपना जीवन यापन चलने वाले लोग अपने दिन भर की कमाई इस लॉटरी के पीछे लूटा डालते हैं| जानकारों का मानना है कि सैकड़ो की संख्या में ऐसे लोग हैं जिसका घर परिवार इस लॉटरी के पीछे बर्बाद हो चुका है| लॉटरी का कारोबार चलाने वाले माफिया ने नशे के लती युवाओं को अपने कारोबार में शामिल कर रखा है. लॉटरी के नाम पर कई तरह की स्कीमों की जानकारी लोगों को दी जाती है | जिसको लेकर माफियाओं में पुलिस की कोई खौफ नहीं है. सूत्र बताते हैं कि माफियाओं के द्वारा हर महीने बड़े लोगों को महीना में कुछ रकम दिया जाता है | जिससे पुलिस की खौफ नहीं है.आरोप यह भी है कि इस अवैध धंधे की जानकारी पुलिस को भी है |परंतु ऐसे कतिपय लोगों पर पुलिस का भी छत्र छाया है,जिस कारण पुलिस का कोई डर नहीं है,अगर पुलिस चाहे तो चंद दिनों में माफियाओं पर शिकंजा कस सकती है |और कई लोगों कि जिंदगी व घर परिवार बर्बाद होने से बचा सकती है |