गुजरात भाजपा की नेता रेशमा पटेल ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अब सिर्फ एक मार्केटिंग कंपनी बन कर रह गई है। हार्दिक पटेल की अगुवाई में पाटीदार आंदोलन में आगे की कतार में खड़ी रहीं पटेल ने अपना इस्तीफा गुजरात भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी को सौंपा।
इस्ताफा देने के बाद रेशमा पटेल ने बताया कि वो पोरबंदर से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं।हार्दिक पटेल भले कांग्रेस में शामिल हो चुके हों लेकिन रेशमा ने कांग्रेस से हाथ मिलाने के कयासों पर कहा कि वो फिलहाल किसी दल में शामिल नहीं हो रहीं और बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं।
भाजपा अध्यक्ष के नाम चिट्ठी में उन्होंने लिखा, “भाजपा अब केवल एक मार्केटिंग कंपनी बन गई है और हमें सरकार की फर्जी नीतियों और फर्जी योजनाओं की मार्केटिंग करने और लोगों को मूर्ख बनाने के लिए कहा जा रहा है। मैं लगातार दुख और अन्याय होते देखना नहीं चाहती और इसलिए मैंने खुद को इस तरह के तानाशाही नेताओं की अन्यायपूर्ण साझेदारी से मुक्त कर लिया और जनहित में पार्टी से इस्तीफा दे रही हूं।”
दिसंबर 2017 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले पटेल, भाजपा में शामिल हुई थीं। उस समय उन्होंने हार्दिक को ‘कांग्रेस एजेंट’ बताया था। जब पटेल को पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के अन्य नेताओं के साथ भाजपा में शामिल किया गया था तो उन्हें प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन, बाद में रेशमा पटेल ने कई मुद्दों पर भाजपा की आलोचना की।