गिरिडीह,प्रतिनिधि। गिरिडीह के शहरी क्षेत्र के मकतपुर में एक हैरान कर देने वाला दृश्य देखने को मिला, जिसमें एक युवक को कोयला लदी बाईक के नीचे दबने से बचाया गया। यह घटना उस पुरानी कहावत को सच साबित करती है – “जाको राखे साइयाँ, मार सके न कोई।” गिरिडीह में अक्सर कुछ युवक पेट की खातिर बाईक पर भारी कोयला लेकर बेचने निकलते हैं। इस रोजमर्रा की स्थिति में, बाईक पर कई बोरों में कोयला लोड कर एक युवक उस पर बैठा रहता है, जबकि बाईक शहरी क्षेत्र से होते हुए जोखिम भरे रास्तों पर गुजरती है। ऐसा ही एक दृश्य था, जब दो युवक अपनी बाईक पर कोयला लादकर मकतपुर से गुजर रहे थे। अचानक बाईक का संतुलन बिगड़ा और वह युवक और कोयला लदी बोरियां बाईक के नीचे दब गए। आस-पास के लोगों ने तुरंत मदद की और बांस के सहारे युवक को सकुशल बाहर निकाला। इस घटना में भगवान का ऐसा आशीर्वाद था कि युवक को एक खरोच तक नहीं आई और उसकी जान बच गई।
जाको राखे साइयाँ, मार सके न कोई… कोयला लदी बाईक से दबा युवक, लोगों ने बचाई जान, युवक को खरोच तक नही
