जमुआ,प्रतिनिधि। जमुआ अंचल के अंचल अधिकारी और अंचल कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर के कथित मनमानी के खिलाफ जमुआ प्रखंड के जगन्नाथडीह निवासी रमनी रंजन दाराद आत्मदाह करने वाले थे। आत्मदाह के तय समय के पूर्व जगन्नाथडीह पहुंचे प्रखंड़ से नियुक्त मजिस्ट्रेट ने पीड़ित को समझा-बुझाकर समझौता के लिए थाना ले गए। इस संदर्भ में जमुआ बीडीओ कमलेंद्र कुमार सिन्हा ने जिला अपर समाहर्ता को पत्रांक 1227 दिनांक 25/09/2024 के आलोक में जांच कर उचित कार्रवाई की बात कही। जमुआ अंचलाधिकारी संजय पांडेय एवं कंप्यूटर ऑपरेटर सुनील कुमार वर्मा के कार्यशैली से तंग आकर पूर्व नियोजित तिथि के अनुसार रमनी रंजन दाराद को बुधवार को प्रखंड़ मुख्यालय जमुआ में आत्मदाह करना था। आत्मदाह के पूर्व जमुआ बीडीओ ने प्रशांत कुमार चांद अंचल निरीक्षक और सुमंत कुमार मुन्ना कनीय अभियंता को बतौर दंडाधिकारी नियुक्त किया। दंडाधिकारी सुबह लगभग 9 बजे जगन्नाथडीह रमनी रंजन दाराद के यहां पहुंचे और उन्हें समझा-बुझाकर थाना लाया। उसी दौरान जमुआ पुलिस भी आत्मदाह करने वाले के घर पहुंची थी।
मामला
विदित हो कि जमुआ सीओ संजय पांडेय के द्वारा मौजा सिहोडीह थाना नंबर 286 खाता नम्बर 2 व 3 प्लॉट नम्बर 1028 रकबा 3 एकड़ 93 डिसमिल जमीन की जमाबंदी नहीं रहने के बावजूद 82 वर्षों 1942 से 2025 तक गलत तरीके से रसीद निर्गत कर दिया है। बताया जाता है जमुआ में आए दिन सीओ के कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगता रहता है। सोमवार को भी जमुआ आजसू के द्वारा सीओ और ऑपरेटर के खिलाफ प्रतिवाद मार्च और धरना दिया गया था। जिसमें जमुआ अंचल में दलालों की सक्रियता भी बढ़ने की बात बताई गई। इस दौरान जमुआ थाना प्रभारी मणिकांत कुमार,आजसू के कार्यकारी जिला अध्यक्ष शंकर यादव, आजसू नेता अजय द्विवेदी सहित कई अन्य आत्मदाह कर रहे रमनी रंजन दाराद के समर्थन में वार्ता के दौरान उपस्थित थे।