धनबाद : धनबाद कोयलांचल में एक बार फिर विधायक रागिनी सिंह और उनकी देवरानी आमने-सामने हैं. दोनों बहुतों के बीच मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है. विवाद बहुत बड़ा नहीं अपितु बहुत छोटा है, लेकिन एक बड़े और चर्चित घराने की दो बहुएं जिस तरह से आमने-सामने हैं, वह कोयलांचल में चर्चा का विषय बना हुआ है. चर्चा होना भी लाजमी है क्योंकि कोयलांचल का प्रमुख घराना जिसकी रसूख सिर्फ धनबाद तक ही सीमित नहीं बल्कि यूपी के बलिया तक है. एक ओर स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह की बहू संजीव सिंह की पत्नी झरिया विधायक रागिनी सिंह हैं. जबकि दूसरी ओर स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह के भाई रामाधीर सिंह की बहू हैं.*देवरानी ने जेठानी पर की कड़ी टिप्पणी*झरिया में उपजे एक छोटे से विवाद में आसनी सिंह ने विधायक रागिनी सिंह पर कड़े शब्दों का प्रहार किया. छोटी-छोटी बातों को हवा देकर बढ़ाने और मीडिया लेकर पहुंचने की बात कही. मीडिया को बुलाकर राजनीतिक रोटी सेंकने का आरोप आसनी सिंह ने लगाया है. वहीं, रागिनी सिंह ने अपनी ही देवरानी को पहचानने से इनकार किया. यहां तक भाड़े के टट्टू भी कह डाला. दोनों बहू की इस बयानबाजी से कोयलांचल में चर्चा जोरों पर है.*पानी विवाद पर बात करतीं देवरानी और जेठानी*आसनी सिंह (देवरानी) ने कहा कि दो लोगों के बीच पानी को लेकर लड़ाई थी. जिसमें एक मामा है और एक भांजा. पानी कनेक्शन को लेकर दोनों के बीच पुराना विवाद है. उसी को लेकर लड़ाई शुरू हुई थी. लड़ाई बड़ा रूप ना ले, इसलिए यहां पहुंचे. उन्होंने कहा कि मीडिया की यहां कोई जरूरत नहीं थी, लेकिन फिर भी मीडिया को बुलाया गया और इस लड़ाई को बड़ा रूप दिया गया. आए दिन झरिया विधायक का यही कहानी है. किसी भी छोटी चीज को माचिस मारकर बड़ा कर देती हैं. मामला बढ़ा देने के बाद वह खुद मीडिया को लेकर पहुंच जाती हैं और राजनीतिक रोटी सेंकने शुरू कर देती हैं.वहीं, विधायक रागिनी सिंह ने कहा कि पिछली बार जब मैं विधायक नहीं थी, उस समय हमारे समर्थकों के नल और पाइप तोड़ दिए जाते थे. ऐसी ओछी राजनीति की जा रही थी. हमारे विधायक बनने के बाद सभी को पानी पीने का अधिकार दिया गया है. इतनी कठिनाई से पानी की व्यवस्था हुई है तो लोगों को हजम नहीं हो रही है.*विधायक रागिनी ने देवरानी को पहचानने से किया इंकार*आसनी सिंह (देवरानी) के द्वारा लगाए गए आरोपों पर झरिया विधायक रागिनी (जेठानी) ने कहा कि मैं उन्हें नहीं पहचानती हूं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व विधायक के घर से तरह-तरह के लोग आते हैं. कुछ लोगों को भाड़े के टट्टू पर रख लिया गया है ताकि वह चिल्लाते रहें और झरिया विधानसभा को डिस्टर्ब करते रहें.*क्या है पूरा मामला*दरअसल, झरिया में बोर्रागढ़ ओपी क्षेत्र के गोरखपुरी कैंप के समीप कॉलोनी में सरकारी नल से पानी भरने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था. विवाद में महज नल टूटने की बात सामने आई थी, जिसके बाद रागिनी सिंह और आसनी सिंह मौके पर पहुंची. बता दें कि सिंह मेंशन कोयलांचल में दो कुनबों में बंटा हुआ है. एक तरफ सिंह मेंशन में स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह के बेटे संजीव सिंह और मनीष सिंह का पूरा परिवार है. संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह फिलहाल झरिया से बीजेपी विधायक हैं.*आसनी सिंह ने किया था पूर्णिमा सिंह के लिये प्रचार*वहीं, दूसरी ओर रघुकुल और पृथ्वी मेंशन है, दोनों एक तरफ हैं. रघुकुल से स्वर्गीय नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह झरिया की पूर्व विधायक हैं. जबकि आसनी सिंह रामाधीर सिंह की बहू हैं. 2024 के विधानसभा चुनाव में पूर्णिमा सिंह के पक्ष में उतरकर आसनी सिंह ने खुलकर प्रचार प्रसार किया था.
आमने-सामने : एक बार पुनः चर्चा में हैं कोयलांचल की बहुएं! विधायक रागिनी सिंह ने देवरानी को कह डाला भाड़े का टट्टू !
