सपा नेता आजम खान अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि योगी जी ने कहा ‘मोदी की फौज है’, मुख्तार अब्बास नकवी ने भी यही बात कही, चुनाव आयोग ने कल्याण सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन जब मैंने कहा था कि हम बार्डर को अपने खून की आखिरी बूंद तक रक्षा करेंगे। चुनाव आयोग ने मेरी जीभ काट दी। यह कैसा न्याय है?
हालांकि सेना को लेकर विवादित बयान देने के मामले में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह की ओर से नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस वीडियो के आधार पर दिया गया है। उनसे तीन दिन में जवाब देने को कहा गया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष फैसल खां लाला ने सोमवार को डीएम और एसपी से मिलकर शिकायत की थी कि रामपुर लोकसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद आजम खान लगातार भड़काऊ तथा उकसाने वाले भाषण देकर जनता को जिला प्रशासन के खिलाफ भड़काने का प्रयास कर रहे हैं।
सबूत के तौर पर उन्होंने आजम खान के 29 मार्च 2019 को सपा कार्यालय पर दिए गए भाषण की वीडियो क्लिप भी भेजी थी। वीडियो में आजम खां जिले में तैनात कुछ अधिकारियों के बारे में यह टिप्पणी कर रहे हैं कि उनको रामपुर का माहौल खराब करने के लिए भेजा गया है।
इन अधिकारियों की पूर्व में तैनाती को लेकर भी आजम खान ने टिप्पणी की है। फैसल की शिकायत के आधार पर जिलाधिकारी ने इस मामले में कानूनी राय के लिए निर्देश दिए थे।
कानूनी राय मिलने के बाद मंगलवार को आजम खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसके अलावा पुलिस आजम खां के खिलाफ पूर्व में दर्ज मुकदमों में कोर्ट में चार्जशीट लगाने की तैयारी भी कर रही है।