पाकिस्तान पर हुए एयरस्ट्राइक को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर सवाल उठाया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि वायुसेना के वाइस एयर मार्शल ने एयरस्ट्राइक में घायलों पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. विदेश मंत्रालय ने भी अपने बयान में कहा था कि कोई नागरिक या सैन्य अधिकारी हताहत नहीं हुआ है, तो किसने मरने वालों की संख्या 300-350 बताई?
चिदंबरम ने कहा कि भारतीय वायुसेना की शानदार उपलब्धि पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने अपनी सलामी दी थी. मोदीजी यह क्यों भूल गए हैं? इससे पहले एक और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी एयर स्ट्राइक के सबूत मांगते हुए कहा कि देश से हमले की जानकारी साझा करें.
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि एक गर्वित नागरिक के रूप में मैं अपनी सरकार पर विश्वास करने के लिए तैयार हूं, लेकिन अगर हम चाहते हैं कि एयरस्ट्राइक को लेकर दुनिया को विश्वास हो. इसके लिए सरकार को प्रयास करना चाहिए. न कि विपक्ष को कोसने में समय बर्बाद करना चाहिए.
इससे पहले पी. चिदंबरम ने कहा कि खुफिया रिपोर्टों के हवाले से ‘वीक’ पत्रिका ने 3 मार्च के अंक में कहा है कि पुलवामा हमला खुफिया चूक थी. दिल्ली और राज्य की राजधानियों में स्थापित मल्टी एजेंसी सेंटर (मैक) का क्या हुआ? सरकार ‘वीक’ पत्रिका के आरोपों का जवाब देने और मल्टी एजेंसी सेंटर की भूमिका को समझाने के लिए बाध्य है. पुलवामा और उसके बाद की घटनाओं को नजरअंदाज करना या कुछ दिनों के बाद भूल जाना बेहद खतरनाक होगा.
चिदंबरम ने एनडीए सरकार की तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि मुझे लगता है कि उनका (एनडीए सरकार) राष्ट्रीय राजमार्ग कार्यक्रम सफल रहा है, वे प्रति दिन की तुलना में अधिक किलोमीटर का निर्माण कर रहे हैं, मुझे लगता है कि अगली सरकार और भी अधिक निर्माण करेगी क्योंकि व्यवस्था लागू है.