धनबाद : झारखंड अभिभावक महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष पप्पू सिंह के नेतृत्व में धनबाद के जिला शिक्षा अधीक्षक और जिला शिक्षा पदाधिकारी से मुलाकात की और तीन सूत्री मांग पत्र सौंपा। इस अवसर पर महासंघ ने निजी स्कूलों द्वारा नए नामों से फीस वसूलने, फीस कमिटी के गठन में विलंब, और स्कूल परिसर में किताब-कॉपी की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की।निजी स्कूलों द्वारा नए नामों से फीस वसूलने पर रोक लगाने की मांगमहासंघ ने आरोप लगाया कि निजी स्कूल री-एडमिशन के नाम पर नए फीस के रूप में बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन फीस या डेवलपमेंट फीस वसूल रहे हैं, जो कि अनुचित है। महासंघ ने जिला प्रशासन से इस पर रोक लगाने की मांग की है।फीस कमिटी के गठन में विलंबमहासंघ ने जिला शिक्षा अधीक्षक से फीस कमिटी के गठन में विलंब की वजह पूछी और जल्द से जल्द इसके गठन की मांग की। जिला शिक्षा अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि फीस कमिटी का गठन जल्द ही कर दिया जाएगा और इसकी जानकारी महासंघ को दी जाएगी।स्कूल परिसर में किताब-कॉपी की बिक्री पर रोक लगाने की मांगमहासंघ ने आरोप लगाया कि स्कूल परिसर में किताब-कॉपी की बिक्री की जा रही है, जो कि झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण के आदेश की अवहेलना है। महासंघ ने इस पर तुरंत रोक लगाने की मांग की और कहा कि स्कूल में पुनः नामांकन या बिना पुनः नामांकन के भी किताब उपलब्ध करवाया जाए।पुनः नामांकन की समस्यामहासंघ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में स्कूल में एक बार नामांकन लेने के बाद दुबारा नामांकन की आवश्यकता नहीं है, लेकिन निजी स्कूल इसके विपरीत काम कर रहे हैं और छात्रों को नए सिरे से नामांकन कराने के लिए बाध्य कर रहे हैं। महासंघ ने इस पर तुरंत रोक लगाने की मांग की।ज्ञापन सौंपने वालों में अध्यक्ष पप्पू सिंह, महासचिव मनोज मिश्रा, उपाध्यक्ष मुकेश पांडेय, जग्गू महतो, कमलेश मिश्रा, अंशु कुमार, जय कुमार आदि शामिल थे। जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक ने महासंघ को कार्रवाई का आश्वासन दिया और संबंधित दस्तावेज और साक्ष्य जल्द उपलब्ध कराने के लिए कहा ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके।
झारखंड अभिभावक महासंघ ने जिला शिक्षा अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
