मनीष बरणवाल
जामताड़ा :बीते 21 दिसंबर को मिहिजाम थाना अंतर्गत मिहिजाम रोड अमोई के पास देर रात गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिले जामताड़ा निवासी पत्रकार रंजीत तिवारी की मिशन अस्पताल दुर्गापुर में ईलाज के दौरान मौत हो गई। हालांकि उनके परिजन इसे इरादतन जान से मारने की बात कह रहे और पत्रकार रंजीत की असमय मौत के बाद इस बाबत मिहिजाम थाना में एफआईआर दर्ज करने की बात कर रहे हैं। परिजनों और प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो जिस जगह दिवंगत पत्रकार रंजीत तिवारी घायल अवस्था में मिले थे वहीं उनकी मोटरसाइकिल भी गिरी पड़ी थी। प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा था कि देर रात उनकी मोटरसाइकिल से किसी अज्ञात वाहन की टक्कर हो गई है। लेकिन मोटरसाइकिल की अवस्था देखने पर सड़क दुर्घटना होने पर आशंका जताई जा रही है। जबकि दिवंगत पत्रकार के सर पर गंभीर चोट थी। उस रात हुआ क्या था यह तो खुद दिवंगत पत्रकार रंजीत तिवारी बता सकते थे। लेकिन उनकी ईहलिला समाप्त होने के बाद उनकी मौत पहेली बन चुकी है। मिहिजाम पुलिस को अपराधियों में अपना इकबाल कायम रखने के लिए जल्द इस पहेली का हल ढुंढना होगा। बताते चलें कि दिवंगत पत्रकार रंजीत तिवारी अपने पिछे रोते बिलखते 20 वर्षीय पुत्री खुशी तिवारी,17 वर्षीय पुत्र सोमनाथ तिवारी तथा पत्नी को छोड़ गये है। इस बाबत पुत्री खुशी ने बताया कि पापा को गंभीर रूप से घायल होने के बाद अशरफी अस्पताल धनबाद रेफर किया गया था। वहां से रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। पापा के चिंता जनक हालत को देखते हुए उन्हें दुर्गापुर मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन पापा के शरीर के महत्वपूर्ण भाग काम करना बंद कर दिया था। मंगलवार सुबह 8 बजे के लगभग डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित किया।