देवघर से दिव्य दिनकर संवाददाता प्रेम रंजन झा
दिल्ली पब्लिक स्कूल में नवरात्रि के चौथे दिन, दुर्गा पूजा की छुट्टी से पूर्व नवरात्रि उत्सव धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर छात्रों मां दुर्गा की आराधना की तथा डांडिया नृत्य का अभ्यास किया। बच्चों ने मां की आरती की और संगीत की धुन पर उत्साहपूर्वक डांडिया नृत्य प्रस्तुत किया। इसके अलावा विभिन्न गीतों पर भी बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी।
सभी बच्चे पारंपरिक परिधानों में सजे हुए बहुत ही प्यारे लग रहे थे।
विशेष रूप से कुछ छात्राओं ने मां दुर्गा के नौ रूपों को धारण कर मंच पर प्रस्तुति दी।
मां अंबे के साथ महिषासुर, भगवान गणेश और कार्तिकेय का सुंदर दरबार सजाया गया। छोटी-छोटी बच्चियां देवी के प्रतिरूप में अत्यंत मनमोहनी दिखाई दे रही थी।
नौ देवियों ने ” जय जय महिषासुर मर्दिनी” गीत पर मनमोहक प्रस्तुति देकर समां बांध दिया।
छात्रों ने पूरे उत्सव का आनंद लिया और इस आयोजन में पूर्ण रूप से सम्मिलित हुए।
स्कूल प्रशाल को अवसर के अनुरूप विशेष रूप से सजाया गया था, जिसे देखकर बच्चों में खास उत्साह देखने को मिला।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए स्कूल की प्रधानाचार्या राहुल भैया ने सभी अभिभावकों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने बच्चों को सुंदर पारंपरिक वेशभूषा और देवी और देवों की वेशभूषा में तैयार कर भेजा।
प्रधानाचार्या ने इस अवसर पर बच्चों को मां दुर्गा के नौ रूपों और दशहरे के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने समझाया कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है, जिसमें भगवान राम द्वारा रावण का वध किया गया था।
बच्चों ने रावण के पुतले में रंग भरने का कार्य भी एक दिन पूर्व किया था और दशहरे के बारे में जाना था। प्रधानाचार्या ने कहा कि यह त्यौहार हमें सिखाता है कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी हो, अंततः अच्छाई की जीत होती है।
कार्यक्रम के अंत में सभी बच्चे दशहरे की छुट्टियों के लिए अपने घरों को प्रसन्नतापूर्वक विदा हुए।
कार्यक्रम की सफलता के लिए प्राचार्य ने शिक्षिका श्वेता, सुषमा, माधुरी, कविता, कामिनी, साक्षी, पूजा, शिक्षक -ओम प्रकाश, चंदन, प्रशासक संरक्षक- नारायण झा भगत, अध्यक्ष- विक्की भगत, निर्देशक- अखिलेश्वर झा आदि मौजूद थे