रिपोर्ट- अविनाश मंडल
पाकुड़:पाकुड़ में सरकार की विकासशील योजनाओं पर पानी फेरने का काम संवेदक व अभियंता की मिलीभगत से किया जाता आ रहा है, यह आपको अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में देखने मिलता रहा है, कुछ ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है जोकि पाकुड़ प्रखंड अंतर्गत कालिदासपुर पंचायत के काशीला मौजा कि है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुखिया फंड से लाखों रुपए खर्च कर कोटालपोखर मुख्य सड़क के किनारे पीसीसी सड़क का निर्माण कराया गया था.. जिसमें जमकर लूट देखा जा सकता है, महज 5 से 6 महीने में ही सड़क पूरी तरह मिट्टी में तब्दील हो गई. सूत्रों की माने तो मानिक ने मन का काम कर अभियंता की मिलीभगत से जैसे-तैसे सड़क का कार्य कर योजना को पूर्ण कर सरकारी पैसे की निकासी कर ली गई. उपायुक्त के आदेश का भी पालन करना अभियंता व संवेदक ने जरूरी नहीं समझा जबकि पाकुड़ उपायुक्त द्वारा कई बार योजना संबंधित बैठक में यह बात कही गई है की योजना स्थल पर बोर्ड लगाया जाए और शिल्प बोर्ड पर योजना की जानकारी लिखी जाए कि योजना किस मद से निर्माण हो रहा है, योजना की प्राक्कलन राशि कितने की है योजना से संबंधित संवेदक का नाम ताकि लोगों को जानकारी मिल सके लेकिन योजना स्थल पर योजना से संबंधित बोर्ड ही नही लगाया गया है, जिससे चोरी आराम से की जा सके इन सब चीजों को दरकिनार कर जैसे तैसे योजना को पूर्ण कर सरकारी पैसे की निकासी कर बंदरबाट कर लिया गया. जिससे ग्रामीणों में काफी रोस् देखा जा रहा है कुछ ग्रामीणों का कहना है कि उपायुक्त से मिलकर सड़क निर्माण में हुई धांधली की शिकायत जल्द की जाएगी…