संवाददाता
बरहरवा: मेसर्स भगवान स्टोन वर्क्स की मनमानी अब हदें पार कर रही है जहां क्षेत्र के लोगों में गहरी निराशा और आक्रोश है, जबसे भगवान स्टोन वर्क्स द्वारा सड़क निर्माण में दोषपूर्ण सामग्री का प्रयोग जारी है। वही पथरिया से आगलोय तक की सड़क निर्माण प्रक्रिया में घटिया गुणवत्ता के पत्थरों का उपयोग हो रहा है, जो न केवल निर्माण लागत को बढ़ा रहा है बल्कि सरकार को सीधे तौर पर करोड़ों रुपए का चूना लगाने का काम भी कर रहा है। वही स्थानीय निवासियों ने कई बार इस मुद्दे को उठाया है और इसे समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया है लेकिन इसके बावजूद ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जहां जनता पूछती है कि आखिर ऐसा कब तक होगा, तो यही प्रश्न उठता है क्या ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों के बीच कोई मिलीभगत है? यह स्थिति इस बात का संकेत है कि अधिकारी जानबूझकर इस गंभीर मामले से मुंह मोड़ रहे हैं। वही जनता के पैसे से काम करने वाले ये अधिकारी ठेकेदार के इशारे पर काम कर रहे हैं, जो एक गंभीर संवेदनशीलता का मामला है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्यों न कोई सार्थक कार्रवाई हो रही है? उधर स्थानीय लोगों की चिंता जायज है और इस प्रकार की मनमानी से कोई समाधान नहीं निकलेगा। यदि अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की तो यह साबित हो जाएगा कि या तो उन्हें ठेकेदार से कोई फायदा है या फिर वे अपने कर्तव्यों में लापरवाह हैं। इसलिए, यह आवश्यक है कि इस मुद्दे पर और गंभीरता से विचार किया जाए अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो यह एक बड़ा संकट बन सकता है जो सड़क की गुणवत्ता को और प्रभावित करेगा और अंततः जनता को ही इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। वही जिम्मेदार अधिकारियों को चाहिए कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और जनता की परेशानियों का समाधान करें। आशा है कि यह रिपोर्ट उनके ध्यान में लाएगी और उन्हें उचित कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करेगी।