आखिर कौन करेगा छत्तरपुर अंचल के विकास
छतरपुर(अनुमंडल),पलामू:-जिला के छतरपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय के सड़क इतनी जर्जर बनी हुई हैं की कभी भी अप्रिय घटना घट सकती हैं किंतू नहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी नहीं अंचला अधिकारी नहीं प्रखंड में कार्यरत पदाधिकरी इस पर सूध लेना चाहते हैं। और कोई पदाधिकरी क्यों इस सड़क के सूध लेना मुनासिफ समझेंगे। ये तो आते जाते हैं चार चक्का के बंद फूल ऐसी वाली गाडी से। उन्हे क्या मतलब इस सड़क से। सड़क पर पैदल और दो चक्का से उन्हे थोड़ी चलना हैं। प्रत्येक दीन 20–30 अधिकारी उसी रास्ते से गुजरते हैं किंतू कोई ये जानने और समझे की कोशिश तक नहीं किया । और आखिर कोशिश भी करे तो क्यों करे । उस सड़क से एक रुपया के पीसी जो मिलने वाली नहीं हैं। छत्तरपुर प्रखंड मुख्यालय में किसी भी कार्य को करने से पहले बहुत कुछ सोचना पड़ता हैं तब जा कर कार्य धरातलत पर आती हैं। छत्तरपुर प्रखंड कार्यालय में प्रतिदिन एक से बड़ कर एक जनप्रतिनिधि जैसे मुखिया,जिला पार्षद, ,पंचायत समिति, विधायक, सांसद संसद प्रतिनिधि,विधायक प्रतिनिधि, सभी राजनीतिक पार्टियों के विश्व सुत्रीय अध्यक्ष सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रखंड अध्यक्ष सभी लोग इसी सड़क से प्रखंड सह अंचल कार्यालय तक जाते हैं किंतु कोई इसे सूद लेना मुनासिफ नहीं समझा हैं। कुछ दीन के बाद झारखण्ड में विधान सभा के चुनाव होने वाली हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों के जनप्रतिनिधि व वर्तमान विधायक व वर्तमान सरकार एक से बड़ कर एक विकास के गंगा बहाने वाली महत्वकांक्षी योजनाओं के गिनती गिनवाना शुरू कर दिया हैं। जबकि विकाश आपने ही घर में विकाश नहीं कर पाया। आखिर जिस प्रखंड मुख्यालय के सड़क की स्थिती इतनी जर्जर बनी हुई हैं तो सोचिए उस प्रखंड के गांव कितने विकाश की ओर अग्रसर हैं । आखिर इसका जिम्मेवार कौन हैं भोली भाली जनता या जनप्रतिनिधि या प्रखंड मुख्यालय के पदाधिकरी। अब देखना यह होगा कि सड़क कब तक बनेगी या इसमें भी लीपा पोती किया जायेगा।