मृतक के पत्नी दलित असहाय महिलाओं को हक अधिकार दिलाने में भीम आर्मी किया समर्थन
कुंदन पासवान
हजारीबाग जिले के केरेडारी स्व चट्टीबरियातु माइंस से रित्विक कंपनी की कोयला ढुलाई टंडवा, सिमरिया, चतरा, गिद्धौर होते पब्लिक रूट से कटकमसांडी में कोयला ढुलाई में लगे रित्विक कंपनी के लाइजनर गुर्गे द्वारा कंपनी के बेलगाम हाइवा से कुचले गांव के मृत परिवार के शव पर जालसाजी घोषणा के विरुद्ध पीड़िता महिला ने मोर्चा खोल दिया है। कंपनी के हाइवा दुर्घटना में शव पर अधिकारियों के साथ जालसाजी घोषणा करके सौदा करने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता महिला जागो कुमारी ने बताया की बीते 21 मार्च 2024 को डाभाबागी पास रित्विक कंपनी की कोल हाइवा ने बब्लू भुइयां को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया था। जिससे आक्रोश ग्रामीणों ने मुआवजा मांग को लेकर सड़क जाम किया गया था। सड़क जाम के बाद अधिकारी और रित्विक कंपनी के अधिकारियों व लाइजनर द्वारा मृतक के पत्नी जागो कुमारी को कंपनी में नौकरी मुआवजा सहित उसके बच्चों को पढ़ाई के लिए व्यवस्था के घोषणा की आश्वासन के बाद पर सहमति बनी थी। घोषणा के बाद चार महीना बीत जाने के बाद भी मृतक के पत्नी को कंपनी में नौकरी और रोजगार नही दिया गया। और ना ही बच्चे को पढ़ने के लिए व्यवस्था किया गया। जिससे आक्रोश ग्रामीणों और भीम आर्मी के लोग गांव के दलित असहाय महिला को हक अधिकार दिलाने के लिए आगे आया और पब्लिक रूट पर हो रहे ऋतिक कंपनी का बेलगाम कोयला ढुलाई कार्य रोक कर जमकर कंपनी के विरुद्ध हंगामा किया। कहां गांव के दलित असहाय महिला ग्रामीणों को हक अधिकार से वंचित रखने वाली कंपनियों को नही चलने दिया जाएगा। ऋतिक कंपनी के गुर्गे पर मैनेजिंग के नाम पर करोड़ों रुपया गबन करने का भी आरोप लगाया है।