संवादाता: ठाकुर गंगटी
प्रखंड अंतर्गत सभी पंचायतों में बने छोटी छोटी सड़कों का हाल यूं तो बेहाल है मगर बुधवाचक पंचायत की बात ही कुछ ओर हैं। विकास के नाम पर जीतने वाले मुखिया मौन है जबकि आर्थिक विकास में सड़क और स्वच्छ पानी सबसे ऊपरी पायदान पर होना चाहिए। न ही सड़क अच्छी है और न साफ पीने वाला पानी का स्रोत।ग्रामीण हर दिन पीने वाला पानी खरीदने को विवश है। 2 साल से एक भी नया चापाकल नहीं जिससे लोगों को पीने का पानी नसीब हो। कुछ लोग गांव के अंदर बनी सड़क पर घर की दीवार, सीढ़ी, मिट्टी का ढेर बनाकर कब्जा कर रहा है कुछ तो सड़क को नाला बनाने पर तुला है जबकि गांव के प्रधान को सबसे पहले सड़क को साफ और कब्जा मुक्त रखना चाहिए मगर खामोशी लिए बैठा है। न जाने कब गांव के प्रधान की नींद टूटेगी और लोगों को हर दिन हर समय समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, खत्म हो।हल्की सी बारिश और गांव की सड़कें नदी में तब्दील होना दर्शाता है कि गांव का प्रधान कितना दयनीय समय से गुजर रहा है।