रिपोर्ट – प्रमोद कुमार सिंह
औरंगाबाद: सदर अस्पताल में मरिज ले जाने वाले एंबुलेंस की तबीयत भी बिगड़ गई है, जी हां मैं नहीं बता रहा हूं यह बातें फोटो देखकर ही आप अंदाजा लगा सकते हैं की सदर अस्पताल औरंगाबाद में एंबुलेंस की क्या हाल है एंबुलेंस को स्टार्ट करने के लिए कई लोगों ने धक्का देकर चालू करने का कोशिश किया फिर भी रोगी बने एम्बुलेंस चालू तक नहीं हुई, जी हां प्राप्त जानकारी के अनुसार औरंगाबाद सदर अस्पताल में इन दिनों बीते एक माह के अंदर दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत लू की चपेट में आकर हो गई है। लेकिन व्यवस्था में सुधार होने का नाम नहीं ले रही है। बिहार सरकार ने सूबे के सभी अस्पतालों में बेहतर एंबुलेंस होने का दम दिखाती है तो ,मगर जमीनी हकीकत और है, बिहार सरकार ने एंबुलेंस के संचालन की जिम्मेवारी जिस एजेंसी के जिम्मे है उसका कार्य सही नहीं है और उसको लेकर बराबर सरकार की किरकिरी हो रही है। शनिवार को भी ऐसा ही नजारा सदर अस्पताल में देखने को मिला। जहां एंबुलेंस खटारा गाड़ी नजर आई। प्राप्त जानकारी के अनुसार गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने एक मरीज को रेफर किया। मरीज को बेहतर इलाज के लिए जिस एंबुलेंस से ले जाना था वह स्टार्ट नहीं हुआ। काफी लोगों ने मिलकर एंबुलेंस को धक्का दिया ताकि वह स्टार्ट हो जाए मगर वह स्टार्ट नहीं हुई। सदर अस्पताल में मौजूद लोगों ने कभी आगे से तो कभी पीछे से धक्का देकर उसे स्टार्ट करने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। लोगो का कहना है कि जिस अस्पताल में एंबुलेंस की स्थिति ऐसी होगी तो वहां रेफर होने के बाद मरीज का जीवन कितना सुरक्षित होगा ।