आदिवासी बहुल गांव बंधुआडीह में पेयजल संकट उत्पन्न, ग्रामीण नदी में चुवां बना गंदा पानी पीने को विवश 

संवाददाता: बरकट्ठा

बरकट्ठा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गोरहर पंचायत के आदिवासी बहुल गांव बंधुआडीह में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया। बंधुआडीह गांव में आजादी के 76 वर्ष बीत जाने के बावजूद आज तक विकास की किरण नहीं पहुंच पाई है। गांव की आबादी 250 करीब है यहां के लोग पेयजल की सुविधा नहीं होने के कारण नदी में चुंवा बनाकर गंदे पानी पीने को मजबूर हैं। बंधुआडीह गांव में एक भी चापाकल और कुंआ नही है। सरकार की महत्वकांक्षी योजना नल-जल योजना भी गांव नही पहुंच पाई है। 

ग्रामीण शिकारी मांझी, सुरेश सोरेन, मुकेश टुडू ने बताया कि चुनाव में बड़े बड़े वादे करने वाले नेता व जनप्रतिनिधि सिर्फ चुनाव में अपनी झलकियां दिखा कर चले जाते हैं। चुनाव जीतने के बाद किसी जनप्रतिनिधि ने आज तक हम ग्रामीणों की समस्यायों की कोई सुध नहीं ली। सूचना मिलने पर समाजसेवी सह जिप सदस्य प्रतिनिधि सीके पांडेय, गोरहर मुखिया प्रतिनिधि छोटन कोल, वार्ड सदस्य कुंजलाल महतो समेत अन्य लोगों ने ग्रामीणों की समस्यायों गांव जाकर जाना।

 इस मसले को लेकर सीके पांडेय ने पीएचडी विभाग के अधिकारी एवं विभागीय एसडीओ से बात कर अतिशीघ्र पेयजल व्यवस्था कराने की मांग किया। जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि जल्द पेयजल की व्यवस्था दूर नहीं हुई तो हम लोग सड़क पर आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे।

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