हजारीबाग। हजारीबाग पगमिल स्थित फहीमा एकेडमी के प्रागंण में मंगलवार को मदर्स डे का भव्य आयोजन किया गया। माँ शब्द अपने आप में दुनिया है स्कूल की प्रचार्या फरहा फातमी एवं सेक्रेटरी अहमद अली ने कार्यक्रम का शुभांभारभ “माँ मुझको अपने आंचल में छुपा लें मधुर गान के साथ किया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वृद्धा आश्रम की माताएँ थी।
प्राचार्य शिक्षकगण, अभिभावक एवं छात्र छात्राओं ने तालियों की गड़गड़हट के साथ वृद्ध माताओं का स्वागत किया तथा बुके देकर उन्हें सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में प्राचार्य फरहा फातमी नें छात्रों के माँ को आमंत्रित किया तथा बच्चों ने मां के सम्मान एवं आदर में अनेक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम से पूरे स्कूल परिसर का माहौल भावपूर्ण हो गया बच्चों की अद्भुत कार्यक्रम एवं नृत्य से सम्मान के अभिभूत महिलाएं हर क्षण अपने आसू पोछते दिखी। प्राचार्य फरहा फातमी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य दुनिया की हर माँ की कुर्बानियो उनकी ममता को नमन करना है माँ शब्द अपने आप में दुनिया है।
प्राचार्य ने माओं को उनके जज्बे के लिए सलाम कहा और साथ ही कहा कि मै स्वयं भी माँ हूँ और हम ही है जगत जननी प्राचार्य ने कहा कि माँ वो है जिसके पैर तले स्वर्ग है हमे जन्नत देखने के लिए कही जाने की जरूरत नही बच्चों की प्यार भरी एक नजर ही माँ की जिन्दगी है। बच्चों ने ‘तेरी उगंली पकड़ के चला , मेरी माँ के बराबर कोई नहीं ‘ माई, तेरी चुनरिया लहराई’ ‘तू कितनी अच्छी है।
आदि गानों पर नृत्य कर माहौल को गमगीन एवं माताओं को भावुक कर दिया।मंच संचालन में कक्षा 8वीं की सोनी प्रवीन एवं कक्षा दशम के खुशबास की अहम भूमिका रही। स्कूल प्रबंधक अहमद अली तथा प्राचार्य फरहा फातमी ने अपने संबोधन में बच्चों को अपने माता-पिता का आदर करने से तथा उनकी भावनाओं की कदर करने की सीख दी तथा प्राचार्य फरहा फातमी ने सभी माँ से भी आग्रह किया बच्चों से दूरी ना रखें उनकी भावनाओं को समझे और उनसे दोस्ती करें।
ताकि वो कभी राह न भटके। कार्यक्रम को सफल बनाने में विकास पाठक, हसरत अली, बेलाल अहमद, अनूप मिश्रा,गौतम कुमार, अब्दाल खान ,सालेच परवीन, सोमनाथ कुमार,राखी मिश्रा, मोसफीन मनोज मेहता, के. के चोपड़ा, रिचा सिंह, मेहताब आलम आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।