*रानेश्वर/निज संवाददाता।*
प्रखंड में मनरेगा के तहत संचालित विकास के कार्यो में जमकर अनियमिता बरती जा रही है। यहां के कुमिरदहा पंचायत के सुलुंगो गांव में निर्माणधीन तालाब में सूचनापट्ट ब्लेंक देखा गया है। वही शीलपहाड़ी गांव के जंगल एरिया के समीप एक, डेड़ फिट गड्डा में एक तालाब बनाया जा रहा है। यहां भी सूचनापट्ट नही लगाया है।
सूचनापट्ट नही लगाना ही भ्रष्टाचार का देता है। नियमानुसार कार्य का सुरुआत होते कार्य विवरण हेतु सूचनापट्ट लगाना अनिवार्य है। वही पाठजोड़ पंचायत में नियमविरुद्ध निजी इस्तेमाल के लिए प्राचीर के अंदर मनरेगा कूप बनाया जा रहा है। वही रंगालिया पंचायत में बजलूल मिया के तालाब से मंगल सोरेन के खेत तक सिंचाई नाली निर्माण नियमविरुद्ध नाली का आधा हिस्सा सालतोला पंचायत में बनाया गया।
इसी कार्य के एवज में कनीय अभियंता अजय कुमार साह एवं अन्य कर्मी ने बिचोलिया से मिलीभगत कर सामग्री भुगतान करा दिया। रंगालिया पंचायत के टालीटोला से जंजीर घुटु तक मिट्टी मोरम कार्य मे नियमविरुद्ध कार्य होने के बाद भी सामग्री भुगतान करा दिया गया। नियमानुसार पथ कार्य मे 15 इंच मिट्टी डालकर कर उसके ऊपर 2 से 4 इंच मोरम डालकर रोलर माशिन चलना था।
परंतु बिचोलिया ने मनरेगा कर्मी से मिलीभगत कर जेसीबी मसीन लगाकर मोरम डालकर रोलर मशीन चला दिया। पथ टिकाव पर सवाल उठ रहा है। यहां के हर कार्यो में जमकर अनियमितता बरती जाती है।
सूत्रों की मने तो यहां हर कर्मचारी का प्रतिशत के रूप में रेट बंधा हुआ है। कार्य का स्टीमेट से लेकर सीएस तक प्रकालित राशि का 40 प्रतिशत भ्रष्टाचार का भेट चढ़ता है। विकास कार्य के नाम पर लोकराषी का लूट चरम सीमा पर है।