संवाददाता,
मसलिया/दुमका/: मसलिया प्रखंड के नयाडीह पंचायत अंतर्गत बागदुमी गांव के स्थित नूनवेत नदी में लघु सिंचाई विभाग की ओर से बन रहे चेक डैम में अनियमितता का विरोध ग्रामीणों व जनप्रतिनिधि मुखिया ने किया है। यहां लगभग 97 लाख की लागत से चेक डैम ग्रामीणों के खेतों की सिंचाई हेतु बनना है। जिसमें शुरुआत से ही ग्रामीणों व स्थानीय मुखिया ने अनियमितता बताते हुए काम ठीक से कराने की मांग विभाग से किया है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां चेक डैम का कार्य विगत 2 महीने से चल रहा है। पत्थर जोड़ाई में लग रहे प्रयुक्त सामग्री में इसी नदी का मोटा बालू का प्रयोग करते हुए एक धामा सीमेंट व आठ धामा बालू मिलाकर किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि काम को जैसे तैसे मिस्त्री के द्वारा कराया जा रहा है विरोध करने के बाद भी काम को मनमानी तरीके से किया जा रहा है। अगर केवल बालू देकर और सीमेंट की मात्रा कम मिलाकर ऐसे ही बनाया गया तो आने वाले कम ही समय में यह चेकडैम ध्वस्त हो सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे किसानों के लिए जनकल्याण कारी योजनायें बड़ी मुश्किल से आता है। अगर अनियमितता की भेंट चढ़ गई तो किसानों पर इसका खासा असर पड़ेगा। देखा गया कि योजना स्थल पर न तो प्राकलन का बोर्ड गाड़ा गया है और न ही प्राकलन जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों के मांगने के बाद दिखाया है।कार्यस्थल पर जब कभी विभागीय जेई आते हैं तो एसीसी सीमेंट से काम करते दिखा दिया जाता है वहीं उनके जाने के बाद अम्बुजा प्लस लगाया जा रहा है।शनिवार को ग्रामीणों की शिकायत पर स्थानीय न्याडीह पंचायत की मुखिया नमिता चौड़े पहुंची और कार्यस्थल पर पहुंचे जेई विजय कुमार दास से प्राकलन देखना चाही तो नहीं दिखाया और कहा कि दूसरे साइड में प्राकलन रह गया है कभी दिखा देंगे। वहीं बालू व सीमेंट के सम्मिश्रण को लेकर उन्होंने बताया कि एक चार के भाग से बनना चाहिए आगे से इसका ध्यान रखा जाएगा।कार्य कराने वाले संवेदक बासुकीनाथ के विजय कुमार बताया। मौके पर बसो मराडी,रामप्रसाद राय,कलिंदा हेम्ब्रम, सागेन्द हेम्ब्रम,शिवधन मराड़ी, दुर्गा मराड़ी, सुनिल टुडू, देवलाल टुडू, सनातन मरांडी,निशपति मराड़ी आदि लोगों ने प्राकलन के अनुरूम कार्य कराने की मांग की।इस संदर्भ में मौके पर उपस्थित जेई विजय दास से पूछने पर बताया कि काम को आगे ठीक करा दिया जाएगा गड़बड़ी की शिकायत नहीं रहने दिया जाएगा। प्राकलन का बोर्ड भी जल्द लगवा दिया जाएगा।