व्यूरो
कर्नाटक: कर्नाटक में बेहद प्रभावशाली लिंगायत मठ के प्रमुख शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह मध्य कर्नाटक के चित्रदुर्ग में जगद्गुरु मुरुगराजेंद्र विद्यापीठ के प्रमुख हैं। मठाधीश शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू पर एक हफ्ते पहले ही दो नाबालिग छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोप में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के एक हफ्ते बाद गुरुवार रात मठ से गिरफ्तार कर लिया गया।
चित्रदुर्ग के एसपी परशुराम ने बातचीत में गिरफ्तारी की पुष्टि की है। हमने मठाधीश को गिरफ्तार कर लिया है और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा। उनसे अब पूछताछ की जा रही है। संत शिवमूर्ति कर्नाटक के चित्रदुर्ग में प्रमुख मुरुगा मठ के मुख्य पुजारी हैं। वहीं गुरु की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई दलित संगठनों ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन भी किया।
भारतीय दलित संघर्ष समिति के संस्थापक एच प्रकाश बीरावरा ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि सभी को पता है कि शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू मठ के अंदर बैठे हैं। ऐसे में क्या चीज है कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रह रही। इससे साफ है कि उनके ऊपर दबाव है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी से पहले शिवमूर्ति अपने भक्तों से मिले और उसके बाद उन्हें रात करीब 10 बजे मठ से गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं गिरफ्तारी के बाद मठ गुरू ने अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में आवेदन किया था। जिसपर एक सत्र अदालत ने सुनवाई करते हुए इसे शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
वहीं मुरुघ मठ के मुख्य पुजारी शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू की गिरफ्तारी के बाद सीने में दर्द की शिकायत के चलते उन्हें जिला अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
कर्नाटक में लिंगायत धर्मगुरु शिवमूर्ति मुरुगा को पुलिस ने किया गिरफ्तार, कई नाबालिग लड़कियों के रेप और यौनशोषण का आरोपबता दें कि 26 अगस्त को मैसूर पुलिस ने शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू के खिलाफ POCSO अधिनियम और IPC की धारा 376 के तहत बलात्कार से संबंधित शिकायत दर्ज किया था।
उनके खिलाफ यह शिकायत दो नाबालिगों लड़कियों ने दर्ज करवाई है। शिकायतकर्ताओं ने राज्य बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों को बताया था कि जनवरी 2019 से जून 2022 के बीच उनका यौन उत्पीड़न किया गया था। उनके बयान पर शिकायत दर्ज हुई है। प्राथमिकी में कहा गया है कि लड़कियों की काउंसलिंग की गई जिसके बाद उन्होंने कहा कि उनका यौन शोषण किया गया।