राजनीतिक संवाददाता द्वारा
रांची: झारखंड में आगामी 10 जून को होने वाले दो राज्यसभा सीटों के चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गयी है। यूपीए में शामिल प्रमुख दल जेएमएम और कांग्रेस के कई नेता इस चुनाव को लेकर रेस में शामिल हो चुके हैं। जेएमएम और कांग्रेस की ओर से अपने-अपने दावे शुरू हो चुके हैं, लेकिन गुरुवार इसमें अचानक एक नया मोड़ आया, जैसे ही कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय , मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर लौटे। अचानक झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य का बड़ा बयान आया। उन्होंने कहा कि यूपीए के पास पर्याप्त वोट हैं, इसलिए दोनों सीटों पर गठबंधन की ओर से प्रत्याशी देने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ठीक उसी तरह दोनों प्रत्याशियों को जिताने की कोशिश होगी, जैसे पिछली बार भाजपा और रघुवर दास ने किया था, उन्हीं की रणनीति से हमलोग भी कुछ-कुछ सीख चुके हैं।
इधर इस बयान के बाद कांग्रेस खेमा में टिकट को लेकर तरह-तरह के दावे और नाम सामने आने लगे हैं। कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राज्यसभा टिकट की दौड़ में चार प्रमुख नाम उछलने लगे हैं, जिसमें पहले नंबर पर पूर्व पीसीसी अध्यक्ष डॉ अजय कुमार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और पूर्व सांसद फुरकान अंसारी इस रेस में हैं। अब कांग्रेस किसे चुनाव मैदान में उतारती है, यह देखना दिलचस्प होगा।
कांग्रेस विधायक अपने पिता पूर्व सांसद फुरकान अंसारी के लिए फिर से गोलबंदी शुरू कर दी है। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। डॉ इरफान अंसारी सभी विधायकों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। इरफान ने दावा किया है कि फुरकान अंसारी की स्वच्छ छवि और अनुभव को देखते हुए कांग्रेस के लगभग सभी विधायकों ने उनके नाम पर सहमति दे दी है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रभारी आरपीएन सिंह ने फुरकान अंसारी साहब के साथ बड़ा अन्याय किया था और पिछले लोकसभा चुनाव में भी गोड्डा संसदीय सीट जेवीएम को दे दी, उस वक्त भी यह भरोसा दिलाया गया है कि फुरकान अंसारी को राज्यसभा भेजा जाएगा।
इसी क्रम में पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी के सचेतक कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी से डॉ इरफान अंसारी ने मिलकर चर्चा की। इसके पूर्व में भी पार्टी के कई विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूर्व सांसद फुरकान अंसारी को राज्यसभा भेजने की मांग की थी। कांग्रेस विधायक विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी, राजेश कच्छप, अकेला यादव, दीपिका पांडे सिंह, पूर्णिमा नीरज सिंह, अम्बा प्रसाद ने इस पर सहमति दी है। अन्य विधायकों से डॉ. इरफान अंसारी मुलाकात कर समर्थन मागेंगे।
कांग्रेस राजस्थान और छत्तीसगढ़ से दो-दो सीट के अलावा मध्य प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और झारखंड से एक-एक राज्यसभा सीट की उम्मीद लगा रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बार राज्यसभा के लिए वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला, पी. चिदंबरम, कुमारी सैलजा, राजीव शुक्ला, मिलिंद देवड़ा, सुबोध कांत सहाय, पवन खेड़ा, प्रवीण चक्रवर्ती, दिनेश खोड़निया, राजीव गौड़ा के नाम पर विचार किया जा रहा है। इसमें से कुछ नेताओं का कार्यकाल पहले ही समाप्त हो चुका है और कुछ का होने वाला है, जबकि कई पुराने वरिष्ठ नेताओं को भी राज्यसभा भेजने पर चर्चा चल रही है