राजनीतिक संवाददाता द्वारा
पटना :बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही साफ कर चुके हों कि राजद के साथ वो नहींं जा रहे हैं। तेजस्वी भी ये साफ कर चुके हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है जैसे दोनों के बीच कुछ खिचड़ी पक रही है। अब नीतीश के इफ्तार पार्टी में जब राजद नेता तेजस्वी यादव पहुंचे तो खुद मुख्यमंत्री ने उन्हें शॉल ओढ़ा कर स्वागत किया। तेजस्वी को सीएम नीतीश गाड़ी तक भी छोड़ने गए।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड द्वारा आयोजित एक इफ्तार दावत पर बिहार के बड़े नेताओं का जमावड़ा लगा। जिसमें तेजस्वी के साथ-साथ तेज प्रताप भी पहुंचे। इस पार्टी में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बातचीत भी होती दिखी। यही नहीं जब पार्टी खत्म हुई तब नीतीश खुद तेजस्वी और तेजप्रताप को विदा करने आए। आमतौर पर मुख्यमंत्री कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जाने वाले पहले व्यक्ति होते हैं, लेकिन इस बार पहले तेजस्वी बंधु निकले।
पिछले हफ्ते, नीतीश कुमार पांच साल के बाद तेजस्वी यादव के घर इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे। आखिरी बार 2017 में वो इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे। इसके बाद जब महागठबंधन से नीतीश अलग हो बीजेपी के साथ चले गए, तबसे लालू परिवार के साथ नीतीश की दोस्ती में दरार आई गई थी।
इफ्तार पार्टी में दोनों नेताओं के बीच भले ही प्रेम दिख रहा हो, हो सकता है कि अंदरखाने कुछ पक भी रहा हो, लेकिन इस मामले पर तेजस्वी और नीतीश स्पष्ट कर चुके हैं कि गठबंधन की कोई बात नहीं है। हालांकि लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने दावा किया था उनकी नीतीश कुमार के साथ सीक्रेट बात हुई है, दोनों मिलकर सरकार बनाएंगे।
बता दें कि राजनीति की शुरूआत में नीतीश कुमार और लालू यादव साथ ही थे, लालू के सीएम बनने तक नीतीश उनके साथ ही थे। इसके बाद बात बिगड़ी और नीतीश अलग होकर जदयू बना लिए और लालू के खिलाफ खड़े हो गए। इसके बाद जदयू-बीजेपी एक हो गई और लालू के शासन को खत्म कर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनें। इसके बाद जब नरेंद्र मोदी पीएम बनें तो नीतीश बीजेपी से अलग होकर राजद से मिल गए और लालू यादव के सहयोग से फिर से बिहार की सत्ता में लौट आए।
हालांकि कुछ महीनों बाद ये गठबंधन टूटा और नीतीश फिर से बीजेपी से मिल कर बिहार की कुर्सी पर विराजमान हो गए। अब एक बार फिर से बीजेपी और जदयू में खटपट की खबरें हैं। ऐसे में नीतीश फिर से राजद के करीब जाते दिख रहे हैं, जिसके कारण अटकलों का बाजार गर्म है।