रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों में लगने वाले पेंट्री कारों को हटाने का निर्णय लिया है। इसके स्थान पर अब ट्रेनों में फ्लैम रहित चूल्हा रहेगा, जिसमें सिर्फ चाय व दूध ही मिलेगा। यदि यात्रियों को भोजन चाहिए तो इसके लिए उन्हें पहले आर्डर बुक करना होगा, जो अगले स्टेशन पर उपलब्ध कराया जायेगा।
ट्रेनों में होने वाली दुर्घटना को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अंतर्गत चलने वाली ट्रेनों में अब फ्लैम रहित चूल्हा रहेगा। फ्लैम रहित इलेक्ट्रिक चूल्हे में यात्रियों को सिर्फ चाय और गरम दूध ही मिलेगा। यात्रियों को खाना पेंट्रीकार के कर्मचारी खाने के लिए आर्डर लेंगे और उन्हें अगले स्टेशन में मनचाहा खाना मिलेगा। रेलवे के इस निर्णय से तेज हवा के कारण आग लगने का खतरा नहीं रहेगा। इससे यात्री भी सुरक्षित रहेंगे। इसे देखते हुए रेलवे ने यह निर्णय लिया है।
पुराने कोचों में नई व्यवस्था, एलएचबी कोच में पहले से ही इंतजाम
रेलवे की यह व्यवस्था पुराने कोच (नीले रंग) के साथ चलने वाली ट्रेनों की पेंट्रीकार में की जा रही है। एलएचबी कोच में पहले से ही यह व्यवस्था है। जैसे-जैसे ट्रेनों के कोच एलएचवी में बदलते जाएंगे, वैसे ही पुराने पेंट्रीकार की व्यवस्था खत्म होती जाएगी। रेलवे के अधिकारी का कहना है कि बोर्ड से आदेश आया है। पेंट्रीकार को बदलने का काम चल रहा है।
यात्रियों को बेस किचन के माध्यम से ट्रेनों में खाना मिलेगा
ट्रेनों में अब यात्रियों को बेस किचन के माध्यम से गर्म खाना मिलेगा। अब पेंट्रीकार का उपयोग पहले जैसा नहीं रह जाएगा। इसका उपयोग केवल खाना गरम करने के लिए होगा। इस स्थिति में फ्लैम रहित चूल्हा कारगर साबित होगा। आइआरसीटीसी एक निर्धारित दूरी पर सेंट्रल किचन तैयार कर रहा है। वहां खाना तैयार होगा और ट्रेन के पहुंचने के बाद पेंट्रीकार में चढ़ा दिया जाएगा। रेलवे के अधिकारी ने बताया कि यात्रियों में अब एप और वेबसाइट से खाना ऑर्डर करने का ट्रेंड बहुत तेजी से बढ़ा है। बहुत से एप आपको उचित कीमत पर पसंदीदा खाना रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध कराते हैं। इसके अलावा बड़े रेलवे स्टेशन पर रेस्टोरेंट चेन हैं, जो फोन पर आर्डर लेकर सीधे आपकी बर्थ पर खाना डिलीवर करते हैं।