News Agency : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा आईएनएस विराट का इस्तेमाल छुट्टियों के लिए किए जाने को लेकर दिए बयान को नौसेना के चार पूर्व अफसरों ने खारिज कर दिया है। नौसेना के पूर्व एडमिरल एल रामदास समेत चार अफसरों का कहना है कि नरेंद्र मोदी की बात में सच्चाई नहीं है, राजीव गांधी आईएनएस विराट से छुट्टी मनाने नहीं गए थे, वो एक आधिकारिक दौरे पर लक्ष्यद्वीप गए थे। उन्होंने किसी निजी काम के लिए आईएनएस विराट का इस्तेमाल नहीं किया।
पूर्व एडमिरल एल रामदास, पूर्व एडमिरल अरुण प्रकाश और आईएनएस विराट के तत्कालीन कमांडिग अफसर विनोद पसरीचा ने मोदी के दावे को झूठा बताया है। एडमिरल रामदास ने गुरुवार को एक प्रेस रिलीज जारी की, जिसमें उन्होंने कहा कि राजीव गांधी की लक्षद्वीप यात्रा आधिकारिक थी, वह पिकनिक पर नहीं थे। एडमिरल रामदास ने आईएनएस विराट के तत्कालीन कैप्टन और वाइस एडमिरल विनोद पसरीचा, आईएनएस विंध्यागिरी के कमांडिंग अफसर एडमिरल अरुण प्रकाश और आईएनएस विराट के साथ चल रहे आईएनएस गंगा के कमांडिंग अफसर वाइस एडमिरल मदनजीत सिंह के बयानों का भी हवाला देते हुए कहा है कि राजीव गांधी पत्नी सोनिया गांधी के साथ त्रिवेंद्रम से लक्षद्वीप जाने के लिए आईएनएस विराट पर सवार हुए। वह त्रिवेंद्रम में नेशनल गेम्स प्राइज डिस्ट्रिब्यूशन के चीफ गेस्ट थे. उन्हें आइलैंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी के साथ मीटिंग की अध्यक्षता करने लक्षद्वीप जाना था।
पूर्व एडमिरल रामदास ने कहा, सदर्न नेवल कमांड का कमांडिंग इन चीफ होने के कारण मैं भी आईएनएस विराट पर था। फ्लीट अभ्यास के लिए चार अन्य जहाज भी विराट के साथ थे। मैंने राजीव गांधी और सोनिया गांधी के लिए आईएनएस विराट के लिए डिनर आयोजित किया, इसके अलावा विराट पर कोई अन्य पार्टी नहीं हुई न ही वहां कोई विदेशी शख्स था। एडमिरल रामदास ने कहा कि राजीव गांधी और सोनिया गांधी हेलीकॉप्टर के जरिए स्थानीय लोगों से मिलने गए थे लेकिन उनके साथ राहुल गांधी नहीं थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी चुनावी सभा को संबोधित करते हुएकहा कि कांग्रेस के नामदार परिवार ने आईएनएस विराट का व्यक्तिगत टैक्सी की तरह इस्तेमाल किया। नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘देश की रक्षा करने वालों को अपनी जागीर कौन समझता रहा है। कांग्रेस के नामदार परिवार ने आईएनएस विराट का व्यक्तिगत टैक्सी की तरह इस्तेमाल किया, उसका अपमान किया था।ये बात तब की है जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे और10 दिन की छुट्टियां मनाने निकले थे। राजीव गांधी के साथ छुट्टी मनाने वालों मे, उनकी ससुराल वाले यानि इटली वाले भी शामिल थे। क्या विदेशियों को भारत के वॉरशिप पर ले जाकर तब देश की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं किया गया था? या सिर्फ इसलिए क्योंकि वो राजीव गांधी की ससुराल के लोग थेजब एक परिवार ही सर्वोच्च हो जाता है, तब देश की सुरक्षा दांव पर लग ही जाती है।’