News Agency : पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने बजरा में आयोजित एक सभा के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किया। श्री सहाय ने कहा कि मोदी सरकार ने हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था परंतु रोजगार मिलने की जगह रोजगार के अवसर समाप्त हो रहे हैं ,मोदी की नीतियों से कई औद्योगिक समूह तबाह हो गए जिसके कारण एक झटके में हजारों लोग सड़कों पर आ गए। नोटबंदी और जीएसटी की मार जनता अभी भी झेल रही है, जीएसटी के प्रावधान एक काले कानून की तरह है जिसे आनन-फानन में देश में लागू किया गया इसके कारण कई छोटे मझोले औद्योगिक इकाइयां बंदी की कगार पर पहुंच गई। श्री सहाय ने कहा कि देश के किसानों और गरीब वर्ग की चिंता ना कर के मोदी अपने औद्योगिक व्यवसायी मित्रों की चिंता करते हैं और उनके ऋण माफ करने के लिए मोदी सरकारी खजाने पर हजारों करोड़ रुपए का बोझ डालते हैं, मोदी फिर से जनता को झूठे सब्जबाग दिखाकर सत्ता हासिल करना चाहते हैं।
सभा की अध्यक्षता करते हुए रांची महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय पांडे ने कहा कि भय भूख और भ्रष्ट्राचार को मिटाने का दवा करके सत्तासीन होने वाले मोदी और रघुवर दास एक ही सिक्के के दो पहलू हैं जिनके राज्य में शासन के प्रति संशय और भय बढ़ा है। झारखंड में गरीब आदिवासियों की जमीन छीन कर अडानी और बड़े उद्योगपतियों को दी जा रही है। भूमि अधिग्रहण बिल गरीब आदिवासी जनता के खिलाफ है इसमें संशोधन की आवश्यकता है और अगर राज्य में यूपीए की सरकार बनेगी तो इसके प्रावधानों में सुधार किया जाएगा । इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने अपना राजनीतिक स्तर गिरा दिया है ऐसे तत्वों से सावधान रहने की आवश्यकता है जो समाज में विद्वेष फैला कर चुनाव में जीत हासिल करना चाहते हैं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उदय प्रताप, संतोष सिंह, सुरज तिर्की, गामा लोहार, सुरेन्द्र साहु, मंटू गुप्ता, प्रकाश तिर्की, अलिंदर चैधरी सहित सैकड़ो लोग उपस्थित थे।