News Agency : ईस्टर के मौके पर हुए भीषण आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले संदिग्ध आतंकियों की फोटो श्रीलंका की ओर से जारी की गई हैं। श्रीलंकाई अधिकारियों ने इस हमले मे 253 लोगों के मौत की पुष्टि की है। यह संख्या लगभग पिछले आंकड़े के मुकाबले a hundred कम है। पहले यह आंकड़ा 359 था। श्रीलंका ने मृतकों की पहले बताई गई संख्या को दोषपूर्ण गिनती कहा है। श्रीलंका के डिप्टी डिफेंस मिनिस्टर रूवान विजवर्दिन ने इसके लिए मुर्दाघर द्वारा उपलब्ध कराए गए गलत डेटा को दोषी ठहराया। उन्होंने यह भी कहा कि घटनास्थल से शरीर के अंगों की पहचान करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा।
इस वजह से पहले गलत आंकड़े जारी हुए। बताया जा रहा है कि श्रीलंका में हुए हमले के सिलसिले में पुलिस ने विशेष अभियान के दौरान गुरुवार को सुबह sixteen और संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक संदिग्ध पर आतंकवादी समूह से जुड़े होने का संदेह है। पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में अब तक seventy six संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कइ्र को आपराधिक जांच विभाग के हवाले कर दिया गया है। श्रीलंका के कोलंबो में ईस्टर के मौके पर हुई बम विस्फोटों के बारे में पहले ही विस्तृत जानकारी देते हुए चेतावनी दी गई थी।
ये चेतावनी और किसी ने नहीं ,बल्कि भारत ने दस दिन पहले दी थी। ना सिर्फ आत्मघाती हमलों के बारे में सूचित किया था, बल्कि इस हमले को अंजाम देने वाले समूह, उसके नेता और कुछ अन्य शामिल सदस्यों के बारे में भी बताया था। रविवार को होटल और चर्चों को निशाना बनाकर किए गए बम विस्फोटों में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और लगभग five hundred लोग घायल हो गए थे। अब तक इस मामले में sixty लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हमलों के बाद श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने रक्षा सचिव हेमासीरी फर्नांडो और देश के पुलिस प्रमुख पुजिथ जयासुंदरा से इस्तीफा देने को कहा था।
जहां इस बीच श्रीलंका के रक्षा सचिव हेमासीरी फर्नांडो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि बुधवार को राष्ट्रपति ने यह कहते हुए रक्षा सचिव और देश के पुलिस प्रमुख से इस्तीफा मांगा था कि पूर्व खुफिया जानकारी होने के बावजूद अधिकारी आत्मघाती विस्फोटों को रोकने में नाकामयाब रहे। वहीं जानकारी के मुताबिक अब पूर्व सेना कमांडर दया रत्नायके को रक्षा सचिव का पद दिए जाने पर विचार किया जा रहा है।