केंद्रीय मंत्री और भाजपा की उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने गुरूवार को अमेठी लोकसभा सीट से नामांकन किया। इससे पहले उन्होने भाजपा मुख्यालय पर पति जुबिन ईरानी के साथ पूजा-पाठ किया और रोड शो करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचीं। रोड शो में उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। उनका मुकाबला यहां से तीन बार के सांसद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राहुल गांधी से होगा। 2014 में भी स्मृति इरानी ने अमेठी से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
पत्रकारों से बातचीत में स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। देश की जनता पांच साल में कराए गए विकास कार्यों के लिए उन्हें जरूर एक मौका देगी।
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने इस लोकसभा क्षेत्र को नजरअंदाज किया है। राहुल गांधी ने चुनाव लड़ने के लिए दूसरा सीट केरल के वायनाड का भी चयन किया है। हार के डर से वह अमेठी से भाग गए क्योंकि वह असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए परिवार ही पार्टी है जबकि भाजपा के लिए करोड़ों कार्यकर्ता ही परिवार हैं।
उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी सहयोगियों के खिलाफ आयकर छापे पर उनकी ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया। स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस किस प्रकार की राजनीति कर रही है जब उसके नेता गर्भवती महिलाओं और गरीब बच्चों के कल्याण की राशि लूटने का पाप करते हैं।
2009 के लोकसभा चुनाव में राहुल साढ़े तीन लाख वोटों के अंतर से जीते थे, लेकिन 2014 में उनका मुकाबला स्मृति से था। स्मृति ने उन्हें कड़ी टक्कर दी और जीत का अंतर घटकर एक लाख सात हजार वोट पर आ गया था। राहुल गांधी को 4 लाख से ज्यादा वोट मिले थे। स्मृति भी 3 लाख से ज्यादा वोट लेने में कामयाब रही थीं।