कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि उनकी महत्वाकांक्षी ‘न्याय’ योजना के लिए सारा धन उन ‘चोर’ उद्योगपतियों की जेबों से आएगा जिनका ‘चौकीदार’ नरेन्द्र मोदी साथ देते हैं। ऊपरी असम के बोकाखाट में रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में आयी तो वह न्याय योजना के तहत भारत के 20 प्रतिशत गरीब परिवारों के खाते में हर साल 72,000 रुपये जमा कराएगी। उन्होंने कहा कि मोदी ने लोगों के खाते में पैसे जमा कराने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने यह सिर्फ अंबानी जैसे कुछ अमीर उद्योगपतियों के मामलों में ही किया है।
गांधी ने कहा कि पैसे अंबानी जैसे ‘चोर’ उद्योगपतियों की जेबों से आएंगे, जिन्हें चौकीदार नरेन्द्र मोदी ने पिछले चार साल में पैसे दिए हैं…. हम जाति, धर्म और सामाजिक स्तर से इतर सभी गरीबों, खास तौर से महिलाओं के खाते में पैसे जमा कराएंगे। पार्टी ने ‘न्यूनतम आय योजना’ (न्याय) शुरू करने का वादा किया है जिसके तहत गरीब परिवार की महिलाओं को प्रतिवर्ष 72,000 रुपये देने की बात कही गई है। कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि चौकीदारों को अमीर लोग नौकरी पर रखते हैं और प्रधानमंत्री ने लोगों को यही बना दिया है।
उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी अपने चरम पर है। यदि कांग्रेस सत्ता में आयी तो ऐसे सुखद हालात पैदा किए जाएंगे कि युवा अपने लिए स्वयं रोजगार शुरू कर सकें। गांधी ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर नागरिकता संशोधन विधेयक को पारित नहीं होने दिया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने सत्ता में आने पर पूर्वोत्तर के राज्यों को फिर से विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने अपना वादा नहीं निभाया लेकिन सत्ता में आने पर कांग्रेस चाय बगान मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी तय करेगी। असम में 14 लोकसभा सीटों के लिए तीसरे चरण में मतदान होना है।