उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर में सांसद शरद त्रिपाठी द्वारा बुधवार को जूते से पीटे जाने के बाद धरने पर बैठे विधायक राकेश सिंह बघेल आखिरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर मान गए। लेकिन इस हाई वोल्टेज ड्रामे एक बार फिर राजनीति का स्याह पक्ष आम जनता के सामने उजागर कर दिया। ऐसे में विपक्षियों को भी भाजपा पर हमला करने का मौका मिल गया। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष ने इस सियासी ड्रामे पर तंज कसते हुए कहा है कि भाजपा एण्ड कम्पनी का यही एक रूप जनता के सामने आना बाकी रह गया था, जो लोकसभा चुनाव से पहले आ गया।
मोदी सरकार पर हमला करते हुए मायावती ने ट्वीट किया, ‘सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के सांसद व विधायक उत्तर प्रदेश में भरी सरकारी बैठक में ही आपस में ऐसे लात-जूतों से भिड़े कि देश-दुनिया में चर्चा में आ गये। जय हो! बीजेपी एण्ड कम्पनी का यही एक रूप जनता के सामने आना बाकी रह गया था जिसकी कमी अब लोकसभा आमचुनाव से पहले पूरी हो गई है।’
वहीं लोकपाल के मुद्दे पर मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘देश की त्रस्त जनता के भारी दबाव में नया भ्रष्टाचार-निरोधक लोकपाल क़ानून बनने व उस सम्बंध में माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा बार-बार ज़ोर डालने के बावजूद श्री मोदी सरकार ने अपने पूरे शासनकाल में लोकपाल की नियुक्ति नहीं की। नो प्राब्लम एट आल! सब चलता है और अब तो चला-चली की बेला है।’
जिला योजना समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन के सामने शिलान्यास पट पर नाम को लेकर सांसद शरद त्रिपाठी ने विधायक राकेश सिंह बघेल की जूते से पिटाई कर दी। घटना से गुस्साए समर्थक कलक्ट्रेट में सांसद की पिटाई करने पर अमादा हो गए। प्रशासन ने इसी बीच कलक्ट्रेट की बिजली गुल कर समर्थकों को लठिया दिया। इसी दौरान सांसद को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। उधर, विधायक समर्थकों द्वारा कलक्ट्रेट में की गई तोड़फोड़ पर नाजिर सैयद नफीशुल हसन की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।