शिक्षा प्रतिनिधि द्वारा
रांची :ज़ेवियर समाज सेवा संस्थान (एक्सआईएसएस), रांची के मानव संसाधन कार्यक्रम (एचआरएम) के प्रथम वर्ष के 72 छात्रों ने 3-12 मार्च 2022 तक रांची के बरियातू और अनगडा ब्लॉक के राजस्व ग्राम जरटोली, जिद्दू और बरवादाग में 8 दिवसीय रूरल रिट्रीट कैंप का सफलतापूर्वक आयोजन किया। छात्रों को 36 के दो-दो भागों में बांटा गया था। रूरल रिट्रीट एचआरएम के छात्रों की पढाई का एक अभिन्न अंग है जो उन्हें सामुदायिक जीवन का बेहतर अनुभव कराने और उनके पेशेवर कौशल में सुधार करने का एक अवसर है।
इस रूरल रिट्रीट का समापन कार्यक्रम एक्सआईएसएस परिसर में फादर माइकल वैन डेन बोगार्ट एसजे मेमोरियल ऑडिटोरियम में एक्सआईएसएस के निदेशक डॉ जोसेफ मरियानुस कुजुर एसजे; सुपीरियर एक्सआईएसएस, फा जेवियर सोरेंग एसजे और सहायक निदेशक, डॉ प्रदीप केरकेट्टा एसजे की उपस्थिति में आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम में रूरल रिट्रीट में सक्रिय भागीदारी के लिए छात्रों को सम्मानित किया गया जहाँ प्रोफेसर और रूरल रिट्रीट कार्यक्रम के समन्वयक डॉ श्यामल गोम्स ने समारोह की अध्यक्षता की, जहां उन्होंने रूरल रिट्रीट कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की और शिविर के अपने अनुभव साझा किए। भ्रमण के दौरान छात्रों द्वारा बनाये गए गांव के नक्शे की पोस्टर प्रदर्शनी भी प्रदर्शित की गई। सर्वश्रेष्ठ कैंपर पुरुष वर्ग औरमहिला वर्ग ग्रुप ए के लिए ऑलिवर मिंज और नवनीत सिंह तो वहीँ, ग्रुप बी के लिए अर्पण अनुराग कंदिर और रानू झवर को निदेशक द्वारा सम्मानित किया गया।
निदेशक, डॉ कुजूर ने छात्रों को संबोधित करते हुए अपने ग्रामीण दौरों को याद करते हुए बताया कि,"छात्रों को सभी पूर्वाग्रह भूल जीवन में सदैव नई सीखों को आत्मसात करने के लिए तत्पर रहना चाहिए।“उन्होंने छात्रों से गांव के लोगों की सामूहिक चेतना की समझ को बारीकी से समझने और रिश्तों केमहत्व पर जोर देने की भी अपील की ।तो वहीँ, सहायक निदेशक, डॉ केरकेट्टा ने स्पैनिश उदहारण "एक्टुआ एन कॉन्ट्रा" के माध्यम से चुनौतियों का सामना करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "सर्वश्रेष्ठ नेता वही है जो दूसरों की सेवा करता है और दूसरों की सेवा के आधार पर सफलता का आकलन करता है।" इस अवसर पर एचआरएम कार्यक्रम के प्रमुख डॉ रमाकांत अग्रवाल और अन्य फैकल्टी डॉ कुमार मोहित स्प्रिंग, डॉ इंद्राणी घटक, डॉ मृत्युंजय रॉय, डॉ बिनीत लकड़ा, डॉ जॉनसन मिंज और डॉ शारदा सिंह द्वारा शिविर के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों के विजेताओं को कई पुरस्कार और प्रमाण पत्र वितरित
किए गए।कार्यक्रम के प्रमुख, डॉ रमाकांत अग्रवाल ने संस्थान के विजन और मिशन पर जोर देते हुए, उपस्थितलोगों के लिए धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तावित किया।