विशेष प्रतिनिधि द्वारा
चतरा. चतरा जिले में सरकारी अनाज की हेराफेरी का बड़ा मामला सामने आया है. दरअसल रांची-चतरा में झारखंड राज्य खाद्य निगम के गोदाम से 1400 सौ टन अनाज गायब कर लिया गया है. इन अनाजों में चावल, गेहूं और चना शामिल है. इन अनाजों की कीमत तीन करोड़ 20 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है. इधर इस मामले में जिला प्रशासन संबंधित अधिकारी को शोकॉज करने की तैयारी में है.
बता दें, सदर प्रखंड में पीडीएस दुकानों की संख्या 160 है. इन दुकानों के पास पिछले जनवरी महीने का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का अनाज नहीं पहुंचा. इस मद में हर महीने करीब 690 टन अनाज आवंटित होता है. जब डीलरों को यह अनाज नहीं मिला तो वे गोदाम पहुंचे और इसकी जानकारी संबंधित अधिकारी को दिए तब यह खबर आग की तरह फैली और जिला आपूर्ति विभाग में हड़कंप मच गया.
वहीं मामले के उजागर होने के बाद ही उपायुक्त अंजली यादव ने जांच के आदेश दिए थे. जानकारी के अनुसार गोदाम में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेवाई) मद के अलावा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए), प्रवासी मजदूर कल्याण योजना व ग्रीन कार्ड मद का करीब 1400 टन अनाज स्टोर था. जांच से साफ हो गया है कि गोदाम में रखे अनाज गायब हैं और उसे बेच दिया गया है. इस पूरे मामले में कई अधिकारियों और कर्मचारियों के संलिप्तता की बात सामने आ रही है. बहरहाल मामले की जांच पूरी हो गयी है, जल्द ही इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई हो सकती है.
बताया जा रहा है कि डीलरों द्वारा अनाज नहीं मिलने की शिकायत पर डीसी ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम का गठन किया था. दोनों पदाधिकरियों ने मामले की जांच कर रिपोर्ट डीसी को दे दी है इसके बाद ही कारवाई की सुगबुगाहट शुरू हुई है. लेकिन इतने बड़े घोटाले को लेकर पूरे जिले में चर्चा का बाजार तेज है. इस तरह से इतनी बड़ी मात्रा में सरकारी अनाज गायब होने से हर कोई हैरान है.