कोल वाहन की कहर से कड़ियाडीह निवासी कुंती देवी की मौत, दूसरे का हालत गंभीर
कोयल ढुलाई हाइवे की तेज रफ्तार वाहनों पर नहीं है पबन्दी यह कोई नियम
टंडवा, चतरा संवाददाता कुन्दन पासवान
टंडवा क्षेत्र में कोल वाहनों का आतंक सर चढ़कर बोल रहा है। एनटीपीसी सीआरपीएफ कैंप समीप बाईपास पुल के पास मजदूरी करने राहम जा रहे इसराइल अंसारी एवं उनके साथ दो पहिया वाहन में सवार काम करने जा रही कुंती देवी को हाइवा ने कुचल डाला।मौके पर कुंती देवी की दर्दनाक मौत हो गई वही इसराइल अंसारी बुरी तरह घायल हो गया।आनन फानन में ग्रामीणों के सहयोग से घायल को एंबुलेंस से हजारीबाग रेफर किया गया है हालांकि घायल अंसारी की स्तिथि नाजुक बताई जा रही है।
जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक अधिकारी मौन, ट्रांसपोर्टर पर मेहरबान
कोल वाहनों का कहर टंडवा में रुकने का नाम नहीं ले रहा है वहीं टंडवा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि तथा राजनीतिक दल के नेता तथा प्रशासनिक अधिकारी इस पर लगाम लगाने में विफल साबित हुए हैं। घटना घटी करीबन 8:00 घंटे बीत जाने के बाद भी बाईपास सड़क रहा जाम,मुआवजा नीति पर किसी प्रकार का पहल ख़बर लिखे जाने तक नहीं बन पाया था। ग्रामीणों का आरोप है कि टंडवा में ना कोई जनप्रतिनिधि है ना कोई नेता और ना प्रशासनिक अधिकारियों में अब संवेदना बची है दिन प्रतिदिन सड़क दुर्घटना में लोग मारे जा रहे हैं और यहां के नेता और जनप्रतिनिधि सिर्फ तमाशा देख रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों में संवेदना नाम की चीज नहीं है। ग्रामीणों का मांग है की कोल वाहनों के लिए विशेष तौर पर सड़क का निर्माण हो और समय-समय पर जिला परिवहन पदाधिकारी के द्वारा कड़ाई से जांच पड़ताल के साथ सुबह से शाम तक नो एंट्री हर हाल में लागू किया जाए।
कोल हाइवे वाहन से दुर्घटनाग्रस्त में एक की मौत, बाईपास आठ घन्टे रोड़ जाम
रोड़ जाम नहीं हटाने पर मुकदमा दर्ज की धमकी अधिकारी द्वारा:परिजन
कोल वाहन किसी को भी रौंद दे पर कोल ट्रांसपोर्टिंग के कंपनियों पर नहीं होती करवाई, क्योंकि कोल कंपनियों द्वारा नीचे से लेकर ऊपर तक है सब सेट
मृतक कुंती देवी जो पोकला उर्फ कसियाडीह पंचायत के निवासी दूसरा इसराइल अंसारी गंभीर हालत में जूझ रहा है,जो दोनों एक हीं गाँव के रहने वालें हैं।वही परिजनों द्वारा मुआवजा की माँग को लेकर रोड़ जाम रखा।
एक तरफ रोड़ में पड़ी है मृतक की शव, दूसरी और जीत की खुशी में उड़ रही थी गुलाल।
सिमरिया विधानसभा के विधायक द्वारा पारित कोल ट्रांसपोर्टिंग मुआवजा नीति भी हुआ है फेल जो ठंडे बस्ते में सिमट कर रह गया।
रोड़ में चलने वाले स्थानीय ग्रामीणों से लेकर आम ग्रामीण जनताओं की आकांक्षाओं के साथ कोल ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों ने खेल रही है खूनी खेल, नहीं लग पा रहा है कोल वाहनों पर लग़ाम।