पिछले कुछ समय से बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठी एनडीए की सहयोगी दल शिवसेना ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ सीटों पर समझौता कर लिया है. अब तक महाराष्ट्र में अपने लिए बड़े भाई की भूमिका की इच्छा रखने वाली शिवसेना को समझौते के तहत कुल 48 सीटों में से 23 सीटें मिलीं, जबकि बीजेपी 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.उधर केंद्र में एनडीए की सहयोगी दल आरपीआई के मुखिया रामदास अठावले ने गठबंधन में 1 भी सीट न मिलने पर आपत्ती जताई है.
बीजेपी-शिवसेना के बीच गठबंधन की जानकारी देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारे बीच विचारों का मदभेद रहा है लेकिन हम विचारधारा के दृष्टिकोण से एक दूसरे से जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे समय मनें जब कुछ लोग इकट्ठा होकर राष्ट्रवाद पर भरोसा करने वालों को निशाना बना रहे हैं, तो राष्ट्रवाद में भरोसा रखने वाले दलों की जिम्मेदारी बन जाती है वे भी एक हों. उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना के बीच गठबंधन तय हो गया है, जिसमें शिवसेना 23 सीटों पर और बीजेपी 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र की 48 सीटों पर बीजेपी-शिवसेना के बीच हुए समझौते में एनडीए की सहयोगी दल आरपीआई को एक भी सीट न मिलने से रामदास अठावले खफा हैं. उन्होंने पार्टी के लिए मुंबई की साउथ-सेंट्रल सीट की मांग की है और कहा है कि यदि आरपीआई को सीट नहीं दी गई तो हमें गठबंधन के बारे में सोचना होगा.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिवसेना-बीजेपी गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट में लिखा कि शिवसेना के साथ भाजपा का गठबंधन राजनीति से परे है और मजबूत भारत की इच्छा से प्रेरित है. साथ में चुनाव लड़ने का फैसला एनडीए को मजबूत बनाता है. मुझे विश्वास है कि हमारा गठबंधन महाराष्ट्र की पहली और एकमात्र पसंद होगी.
पीएम मोदी ने आगे ट्वीट में लिखा कि अटल बिहारी वाजपेयी और बाल ठाकरे के विचारों से प्रेरित, बीजेपी-शिवसेना गठबंधन महाराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए काम करना जारी रखेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि राज्य एकबार फिर ऐसे जनप्रतिनिधि चुने जो विकासोन्मुखी, भ्रष्टाचार मुक्त और भारतीय संस्कृति पर गर्व करने वाले हों.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनावों के कुछ ही महीने बाद होते हैं, लिहाजा आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना बराबर-बराबर सीटों पर लड़ेगी. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना से बीजेपी का रिश्ता 25 साल का रहा है. लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में कुछ मतभेद के कारण दोनों दल अलग-अलग लड़ें. उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनावों में छोटे दलों को कुछ सीटें देने के बाद जो भी सीटें बचेंगी वो बीजेपी और शिवसेना के बीच बराबर-बराबर बंटेगी.
आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से बीजेपी और शिवसेना के बीच रिश्तों में तनाव रहा है. शिवसेना ने केंद्र की मोदी सरकार समेत राज्य की फडणवीस सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. फिर चाहे राफेल का मुद्दा हो या महाराष्ट्र में सूखे के मुद्दा. पिछले दिनों दिल्ली में केंद्र सरकार के खिलाफ चंद्रबाबू नायडू के प्रदर्शन में भी शिवसेना शामिल हुई थी.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की तारीफ करते हुए कहा कि हमारा मन साफ है. हम दोनों दलों के बीच हिंदुत्व और राम मंदिर के मुद्दे को लेकर गठबंधन हुआ था. उन्होंने कहा कि हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे अगर हम आपस में लड़ते रहें तो हम उन लोगों के हाथ में सत्ता सौंप देंगे जिनके खिलाफ हम पिछले 50 साल से लड़े.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा पिछले दिनों कुछ मुद्दों को लेकर दोनों दलों के बीच मतभेद रहा लेकिन अब यह दूर हो गए हैं. अमित शाह ने कहा कि शिवसेना और आकाली दल बीजेपी के सबसे पुराने सहयोगी रहे हैं. शाह ने दावा किया कि बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन महाराष्ट्र में कम से कम 45 सीटें जीतेगी.