कोडरमा पुलिस व उत्पाद विभाग को मिनी शराब फैक्ट्री का उदभेदन करने में भारी सफलता मिली है। कोडरमा पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बेंदी इलाके के बिरागढ़ा में मिनी देशी शराब की फैक्ट्री संचालित हो रही है। बिरागढ़ा चंदवारा व चैपारण थाना का बॉडर इलाके में जंगल मे स्थित है। पुलिस व उत्पाद विभाग की संयुक्त छापेमारी दल ने मंगलवार को छापेमारी कर भारी मात्रा में देशी शराब बनाने व पैकिंग करने की मशीन जप्त किया है।
पुलिस टीम ने मिनी शराब फैक्ट्री से एक ऑटोमैटिक पैकिंग मशीन, एक 10 केबी का जेनरेटर, 9 पॉली रोल, 200 लीटर स्प्रिट समेत कई जार बरामद किया। टीम ने बिजली पॉल के कनेक्शन के आधार पर जंगल मे बने मिनी शराब फैक्टरी तक पहुंची। बताया जाता है कि यह फैक्टरी गांव से महज 200 मीटर की दूरी पर संचालित हो रही थी। वही एसपी डाॅ.एम तमिल वाणन ने प्रेस वार्ता कर बताया कि जिले भर में अवैध रूप से शराब व्यवसाय चलाने व अवैध रूप से शराब बनाने की गुप्त सूचना लगातार मिल रही थी।
सूचना को लेकर एक्शन लिया जा रहा था,सूचना में कभी कभी सही लोकेषन पुष्ट नही होने पर कार्रवाई नही हो सकी। लेकिन जैसे ही लोकेषन कन्र्फम हो गया सीधे कारर्वायी किया गया। उन्होनें बताया की छापेमारी में जो आॅटोमैटिक मषीन बरामद हुई है,उससे एक घंटे में 10 हजार पाउच निर्माण किया जा सकता था। वहीं प्रिटेड पाउच के प्लास्टिक लगभग 9 रोल भी बरामद किया गया है। प्रिटेंड पाउच में हरा व ब्लू रंग से अलग अलग ईलाके प्रिंट है। मषीन से पाउच निर्माण कर अलग अलग जिले में भेजा जाता था।
उन्होंने कहा कि मिनी फैक्ट्री संचालन करने वालों में तीन लोगों के नाम सामने आए हैं। इनमें चैपारण बृंदा निवासी संजय यादव,भरत सिंह और शनिचर सिंह दोनों बिरागढ़ा का रहनेवाला बताया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि जिस क्षेत्र में मिनी फैक्टरी संचालित किया जा रहा था। वहां से नवादा जिला काफी नजदीक हैं। वहीं उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में उग्रवादी सक्रियता भी प्रकाश में आई हैं। उन्होंने कहा कि टीम जब छापेमारी करने पहुंची तो बेंदी पिकेट को काफी सतर्क कर दिया गया थाए साथ ही वे खुद सेफ्टी को लेकर नजर बनाए हुए थे। प्रेस वार्ता में कोडरमा थाना प्रभारी आर के तिवारी,उत्पाद अधीक्षक अजय गौंड,इंस्पेक्टर संदीप नाग समेत विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे।