News Agency : पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर जिन्होंने हाल ही में समाजवादी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का हाथ थामा था, उन्हें भाजपा ने राज्यसभा उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले नीरज शेखर सपा की सीट से राज्यसभा सदस्य थे। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद नीरज शेखर ने कहा था कि पिछले काफी दिनों से ऐसा लग रहा था कि जो काम मैं कर रहा हूं, उसे आगे करवाना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में पूरी तरह से सुरक्षित है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से अखिलेश यादव और नीरज शेखर के बीच विवाद चल रहा था। दरअसल नीरज शेखर लोकसभा चुनाव के दौरान बलिया की सीट से टिकट मांग रहे थे। लेकिन समाजवादी पार्टी की ओर से टिकट नहीं दिया गया था। इस प्रकरण के बाद से ही दोनों के बीच तनाव चल रहा था। बता दें कि चंद्रशेखर के निधन के बाद बलिया में उपचुनाव हुए, जिसमे नीरज शेखर ने जीत दर्ज की थी, लेकिन 2014 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि नीरज शेखर का सियासी सफर 2007 में हुआ था। चंद्रशेखर के निधन के बाद बलिया के उपचुनाव में नीरज शेखर ने जीत दर्ज की थी। पिछले महीने जुलाई माह में नीरज शेखर भाजपा में शामिल हुए थे। पिछले कुछ दिनों में एक के बाद एक लगातार दिग्गज सपा नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है। नीरज शेखर से पहले सुरेंद्र नागर और संजय सेठ ने भी सपा का साथ छोड़ दिया था।