लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को भीम आर्मी प्रमुख और बहुजन नेता चंद्रशेखर उर्फ रावण से मुलाकात की। प्रियंका की ये अनौपचारिक मुलाकात बसपा प्रमुख मायावती को रास नहीं आई। जिसके बाद बसपा ने अमेठी और रायबरेली से अपना उम्मीदवार उतारने का निर्णय ले लिया है। बता दें कि प्रियंका ने रावण के साथ मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि ये कोई राजनीतिक मुलाकात नहीं है। मुझे इस लड़के का संघर्ष अच्छा लगा और वो अपने लोगों के लिए लड़ रहा है।
मुलाकात के तुरंत बाद ही चंद्रशेखर का बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा कि भीम आर्मी ने 79 सीटों पर महागठबंधन का समर्थन किया है और एक सीट पर अपना उम्मीदवार उतारने की बात कही है। विशेषज्ञों ने इस मुलाकात के बाद सपा प्रमुख अखिलेश के ट्वीट को कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी के तौर पर लिया। दरअसल, अखिलेश ने बीती रात को मायावती से मुलाकात के बाद एक फोटो ट्वीट की। जिसमें लिखा था- एक मुलाकात महापरिवर्तन के लिए…।
उल्लेखनीय है कि सपा और बसपा के बीच हुए गठबंधन में अभी तक 78 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कहीं थी। जिसमें सपा ने 37 और बसपा ने 38 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने की बात सबके सामने रखी थी और तीन सीटें बाद में अपने गठबंधन के साथी आरएलडी के लिए छोड़ी थी, जिसका बाद में औपचारिक ऐलान भी कर दिया। लेकिन अमेठी और रायबरेली से अपने उम्मीदवार न उतारने का निर्णय भी लिया था।
मौजूदा हालातों के बाद मायावती ने स्पष्ट कर दिया कि अब वह अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारेगी। आपको बता दें कि मायावती द्वारा कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का गठबंधन किए जाने से इनकार करने के बाद प्रियंका गांधी ने चंद्रशेखर से मुलाकात की और इस मुलाकात को बहुजन वोटरों को साधने के तौर पर भी देखा जा रहा है।