क्राइम संवाददाता द्वारा
धनबाद : धनबाद में साइबर अपराधियों का एक गिरोह पकड़ा गया है। ये गिरोह बैंक मोड़ थाने के पास एक बिल्डिंग में सेक्सटॉर्शन का धंधा चला रहा था। पुलिस को इसकी खबर नहीं थी। ये लोग व्हाट्सएप पर अश्लील चैट करने के बहाने लोगों को फंसाते थे और उनका वीडियो बनाकर ठगी करते थे। पुलिस ने इस गिरोह की तीन महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। धनबाद की साइबर पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। ये अपराधी लोगों को अश्लील वीडियो कॉल करके ब्लैकमेल करते थे और उनसे पैसे ऐंठते थे। धनबाद के पॉश इलाके बैंक मोड़ में आजकल साइबर अपराधी ठगी का नया तरीका अपना रहे हैं। ये लोग धनबाद में बैठकर देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को शिकार बना रहे हैं। इन साइबर अपराधियों में कई महिलाएं भी शामिल हैं। ये अपराधी उन लोगों को निशाना बनाते हैं जो युवा हैं, छात्र हैं या अकेले रहते हैं। ये साइबर अपराधी फेसबुक या दूसरे सोशल मीडिया के जरिए ऐसे लोगों से संपर्क करते हैं। फिर इस गैंग में शामिल लड़कियां सामने वाले व्यक्ति को अश्लील चैट करने के लिए मजबूर करती हैं। इसके बाद, गैंग की लड़कियां वीडियो कॉल पर बिना कपड़ों के आ जाती हैं। इस दौरान, गैंग का दूसरा सदस्य दूसरे मोबाइल से ग्राहक और लड़की का वीडियो बना लेता है। फिर ग्राहक को ब्लैकमेल करते हुए उससे पैसे ठगे जाते हैं। सबसे हैरानी की बात यह है कि यह गोरखधंधा बैंक मोड़ थाने के बगल वाली बिल्डिंग में चल रहा था और पुलिस को इसकी खबर नहीं थी। साइबर पुलिस ने गुरुवार को बैंक मोड़ थाने के पास राजेंद्र मार्केट के एक कमरे में छापा मारा। पुलिस ने तीन लड़कियों और एक पुरुष को गिरफ्तार किया। साइबर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। पुलिस ने मनीष कुमार उर्फ मोंटी को भी गिरफ्तार किया है। मोंटी ने पुलिस को कई खुलासे किए हैं। पुलिस ने साइबर अपराधियों के पास से 14 मोबाइल, 18 सिम कार्ड और कई अन्य सामान बरामद किए हैं। इनमें एक प्रतिबिंब प्लाटेड सिम भी शामिल है। गिरोह का सरगना मनीष अपनी दूसरी पत्नी को कई काम सौंप रखा था। साइबर डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार मनीष अपनी दूसरी पत्नी को इस फ्रॉड के काम में शामिल कर रखा था। जोकि सिम उपलब्ध कराना, पैसे बांटने के साथ सभी तरह के हिसाब किताब रखने और ठगी के काम में लड़कियों को जोड़ने का काम करती थी। आरोपी की पत्नी फिलहाल साइबर पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस काम में लगी लड़कियों को दिन भर के काम में 50 प्रतिशत की राशि उन्हें सेम डे दे दिया जाता था। जबकि ठगी का 50 प्रतिशत राशि मनीष उर्फ मोंटी अपने पास रखता था। गिरफ्तार मोंटी धनबाद के पुराना बाजार डरी मोहल्ला का रहनेवाला है। डीएसपी ने बताया कि बरामद एक नंबर से पंजाब के रहनेवाले एक व्यक्ति से 40 हजार की ठगी की गई थी। जिसके कंप्लेन पर यह कार्रवाई की गई। फिलहाल पुलिस इनके अन्य नेटवर्क की पड़ताल में जुटी है। साथ ही पुलिस यह पता लगा रही है कि इस गिरोह ने अबतक किस किस राज्य में कितने लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में ठगी के कई शिकार लोग लोक-लाज के कारण पुलिस के पास आकर शिकायत करने से कतराते हैं। वहीं साइबर अपराध के मामले में अब तक केवल धनबाद के पड़ोसी जिला जामताड़ा का नाम सामने आता रहा है। लेकिन अब कोयला राजधानी धनबाद भी साइबर अपराधियों का अड्डा बनता जा रहा है। अभी हाल ही में धनबाद पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी करते हुए कई साइबर अपराधियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इसके बावजूद, साइबर अपराधी अपनी जड़े जमाए बैठे हैं। पुलिस का कहना है कि अगर आपके मोबाइल पर किसी अनजान नंबर से कॉल आए और कोई व्हाट्सएप पर अश्लील बातें करने के लिए कहे, तो सावधान हो जाएं। आप साइबर अपराधियों के जाल में फंस सकते हैं और अपनी मेहनत की कमाई खो सकते हैं।
‘आप अकेले हैं… परेशान न हो,’ का भरोसा दिलाकर लड़कियां अचानक कुछ करती थीं ऐसा!
