नई दिल्लीरू पुलवामा में इस कदर आतंकी हमला हुआ कि शहीद हुए 40 से अधिक जवानों के शव क्षत-विक्षत हो गए. टीवी चैनलों पर इसको लेकर आक्रामक तरीके से कवरेज जारी है. इसे मोदी सरकार ने संज्ञान में लेते हुए निजी टीवी चैनलों को आगाह किया है. सरकार की तरफ से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकवादी हमले की पृष्ठभूमि में सभी टीवी चैनलों से ऐसी सामग्री पेश करने से बचने को कहा है, जिससे हिंसा भड़क सकती हो अथवा देश विरोधी रुख को बढ़ावा मिलता हो.मंत्रालय की ओर से जारी परामर्श में कहा गया, ‘‘हालिया आतंकवादी हमले को देखते हुए टीवी चैनलों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी किसी भी ऐसी सामग्री के प्रति सावधान रहें जो हिंसा को भड़का अथवा बढ़ावा दे सकती हैं अथवा जो कानून व्यवस्था को बनाने रखने के खिलाफ जाती हो या देश विरोधी रुख को बढ़ावा देती हो या फिर देश की अखंडता को प्रभावित करती हो.श्श्मंत्रालय ने कहा कि सभी निजी चैनलों को इसका कड़ाई से पालन करने का अनुरोध किया जाता है.
सीआरपीएफ जारी करेगी जवानों की सूची
सीआरपीएफ थोड़ी देर बाद पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की सूची जारी करेगी.जवानों के नाम जारी किये जाने में देरी की वजह कई शवों का क्षत विक्षत होना है इस वजह से पहंचान में देरी हुई.शहीद हुए जवानों का आंकड़ा 41 के करीब पहुंच गया है. हालांकि आधिकारिक तौर पर सीआरपीएफ ने 37 जवानों की मौत की पुष्टि की है. सीसीएस की बैठक में आज गृहमंत्री के साथ सीआरपीएफ के डीजी भी होंगे जो हालात के बारे में अवगत कराएंगे. इसके बाद करीब 12 बजे गृहमंत्री और सीआरपीएफ के डीजी श्रीनगर के लिये रवाना हो जाएंगे.श्रीनगर में हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धाजलि दी जाएगी. उसके बाद सारे शवों को एक विशेष विमान से गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस लाया जाएगा. यहीं से जिस इलाके के जवान है वहां शव भेजे जाएंगे. उत्तर प्रदेश से करीब 10 से 12 और पंजाब से 4-5 जवान है, बाकी राज्यो से एक दो जवान है.
जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में उस वक्त गुरुवार को हमला हुआ, जब सीआरपीएफ का काफिला गुजर रहा था.सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले में करीब 350 किलो का इस्तेमाल हुआ. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मदने हमले की जिम्मेदारी ली और इसे आत्मघाती बताया. रक्षा अधिकारी ने हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है. उधर, पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई राजनेताओं ने हमले की निंदा की है. रिपोर्ट के अनुसार उरी के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है. घायलों का श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है. सीआरपीएफ के जवानों को ले जा रही बस को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया था. हमले में कई अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाकर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसे आत्मघाती हमला बताया है. बता दें कि यह हमला श्रीनगर से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है. रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस बीच पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सहलाहकार (छै।) अजीत डोभाल से भी बात की