पटना. मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों की उनकी कॉपी और ओएमआर सीट पर फोटो सहित पूरी डिटेल होगी। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) की तीन माह बाद होने वाली सभी परीक्षा में यह प्रावधान लागू होगा।
आसानी से पकड़े जाएंगे मुन्नाभाई
कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निर्देश के बाद बीएसईबी ने यह तैयारी की है। इससे परीक्षा में मुन्ना भाई आसानी से पकड़े जाएंगे। किसी और के बदले परीक्षा देना संभव नहीं रहेगा। बीएसईबी देश में इस प्रकार की व्यवस्था करने वाला पहला बोर्ड होगा। शनिवार को इस पूरी व्यवस्था की मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव सहित विभागीय अधिकारियों के समक्ष बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने प्रेजेंटेशन दिया।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक परीक्षार्थी का प्रत्येक विषय की कॉपी पर उनकी फोटो रहेगी। साथ ही रॉल नंबर सहित पूरा डिटेल रहेगी, ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना को समाप्त किया जा सके।
ऑनलाइन होगी संबद्धता की प्रक्रिया
स्कूलों और कॉलेजों को बीएसईबी से संबद्धता प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी। सहायता अनुदान के लिए सरकार ने 300 करोड़ उपलब्ध कराया है। अनुदान देने की प्रक्रिया भी ऑनलाइन और पारदर्शी होगी। यहां व्यवस्था भी इस साल से ही लागू हो जाएगी।
सभी प्रमंडलों में परीक्षा भवन का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। अगस्त में मुख्यमंत्री परीक्षा केंद्रों का उद्घाटन का लक्ष्य रखा गया है। 155 करोड़ की राशि से सभी प्रमंडलीय मुख्यालय में परीक्षा भवन बनाए गए हैं।
बीएसईबी देश का पहला बोर्ड हो गया है जिसने मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा का रिजल्ट मार्च माह में ही जारी कर दिया। कंपार्टमेंटल परीक्षा का रिजल्ट भी निर्धारित समय सीमा के अंदर जारी कर दिया गया। हाईटेक टेक्नोलॉजी के माध्यम से बीएसईबी एप बनाया जा रहा है। पुराने एक्ट में संशोधन कर इसे बेहतर बनाया जाएगा।