रोजगार देने में फेल होने का आरोप लगाते हुए नरेंद्र मोदी के वादे की आलोचना करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अब लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस संबंध में बड़ा ऐलान किया है. राहुल गांधी ने वादा किया है कि अगर केंद्र में उनकी सरकार बनती है तो एक साल के अंदर 22 लाख सरकारी नौकरी दी जाएंगी. राहुल गांधी ने अपने वादे के साथ इसे पूरा करने की बाकायदा तारीख भी बताई है, राहुल ने कहा है कि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो अगले साल 31 मार्च तक 22 लाख सरकारी नौकरियों के पद भर दिए जाएंगे.
मोदी सरकार को रोजगार के मुद्दे पर घेरने वाले राहुल गांधी ने यह वादा लोकसभा चुनाव के लिए होने वाले पहले चरण के मतदान से दस दिन पहले किया है, जो काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. रविवार रात राहुल गांधी ने यह वादा एक ट्वीट के जरिए किया. राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि मौजूदा वक्त में करीब 22 लाख सरकारी नौकरियों के लिए पद खाली हैं. राहुल ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो 31 मार्च 2020 तक इन सभी पदों को भरा जाएगा.
इससे पहले विजयवाड़ा में रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर करारा हमला बोला. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अंतिम लक्ष्य भारत के संविधान को नष्ट करना है, क्योंकि उन्हें आरएसएस का सपना पूरा करने में यह संविधान रोड़ा लगता है. राहुल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ऐसा कभी नहीं होने देगी. आंध्र प्रदेश में राहुल गांधी ने रविवार को दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया. दोनों जगह उन्होंने दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों को लेकर नरेंद्र मोदी को निशाने पर रखा.
अनंतपुर और कल्याणदुर्ग में पार्टी की रैलियों में उन्होंने कहा कि दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को सड़कों पर पीटा गया और कई को जान से मार दिया गया. वे इन्हें हर रोज डरा रहे हैं. बीजेपी और आरएसएस संविधान पर हमला कर रहे हैं. लोकतंत्र के संस्थानों की विश्वसनीयता खत्म होती जा रही है. यह देश के लिए यह बहुत घातक है. ऐसे में लोकतंत्र नहीं बच पाएगा. वे अपना सपना पूरा करने में लोकतंत्र को भी बाधक मानते हैं, इसलिए ऐसा कर रहे हैं. किसी को भी कानून हाथ में लेने, किसी की जान ले लेने की छूट दे रहे हैं. वे लोकतंत्र के खिलाफ धीरे-धीरे कदम बढ़ा रहे हैं, ताकि तुरंत कोई बड़ा विद्रोह न हो.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी देश के अलग अलग राज्यों में लोकसभा चुनाव का प्रचार कर रहे हैं. हर मोर्चे पर मौजूदा केंद्र सरकार को नाकाम बता रहे हैं और शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आदि मुद्दों पर सरकार को घेर रहे हैं. विजयवाड़ा की रैली में उन्होंने कहा कि भारत को धर्म के नाम पर बांटो, धन चोरी करो, उसे चंद चहेते दोस्तों के बीच बांटो और खुद को चौकीदार के रूप में प्रचारित कर सारे कारनामों पर पर्दा डाल दो, यही मोदी की नीति और राजनीति है.