गणेश झा
पाकुड़:बिजली आई,गई सभी को याद आती है।विकास पुरूष अकील अख्तर का पाकुड़ में बजली संकट गहराया झारखंड में बिजली संकट का असर पाकुड़ में भी देखने को मिल रहा है। कभी संथाल परगना में बिजली आपूर्ति के नम्बर एक कहे जाने वाला पाकुड़ में कुछ दिनों से बीजली की आपूर्ति नियमित रूप से नही हो रही है । पूर्व विधायक अकील अख्तर के कार्यकाल में पाकुड़ में बंगाल से बिजली मिलती थी। उनके हार जाने की वजह से बंगाल ने बिजली आपूर्ति देना बंद कर दिया जो पकुड़वासियो को दिख रहा है।अकील अख्तर के कार्यकाल में एक दिन ऐसा समय आया की बिजली बंगाल देना बंद कर दिया ।उस समय झामुमो की सरकार थी अकील अखतर झामुमो विधायक थे । उस वक्त अपने ही सरकार में नियमित बिजली आपूर्ति को लेकर विधानसभा के वेल में धरना पर बैठ गए। सरकार को अकील अख्तर की बात माननी पड़ी और बंगाल से बिजली नियमित आपूर्ति होने लगी।अभी झारखण्ड में 10 से 12 घंटे ही बिजली सप्लाई मिल रहा है।प्राप्त जानकारी अनुसार झारखंड के बिजली विभाग के पदाधिकारी यह तर्क देते हैं की जब मेरे यहाँ बिजली का उत्पादन होता है तो बंगाल से महंगा बजली क्यों ख़रीदे। सभी यह तर्कमान कर चुप्पी साध लेते है।कुछ दिनों से पाकुड़ मे बिजली आपूर्ति थोड़ा गड़बड़ा गयी है। पदाधिकारी भी क्या करे जितना बिजली सप्लाई मिलती है उतना उपभोगता के बीच आपूर्ति की जाती है। बिजली विभाग के पदाधिकारी दबी जुबान से कहते हैं की मेगावाट बढ़ा दीजिये आपको नियमित बिजली मिलने लगेगी । हमको क्या है गिव एंड टेक , बिजली लो और उसके एवज में भुगतान करो। हम तो चाहते है की पाकुड़ नियमित बिजली आपूर्ति में एक नंबर पर रहे जिससे झारखण्ड का पाकुड़ की जनता, पदाधिकारी गर्व से कहे की पाकुड़ में तो बिजली कटती ही नही है।