अररिया की ना ही तकदीर बदली और ना ही संवरी

आलोक कौशिक, अररिया 1990 में जिला बना। लेकिन लोकसभा का राजनीतिक पिच यहां 1967 में ही तैयार हो गया था। इन 52 सालों में अररिया लोकसभा क्षेत्र की तस्वीर भी बदली और तासीर भी बदला। आरक्षित सीट सामान्य हो गई। पूरा जिला एक संसदीय क्षेत्र में समा गया। कांग्रेस, जनता पार्टी, जनता दल, भाजपा, राजद सबने इस पर राज किया। इन सबके बीच दुर्भाग्य यह कि अररिया की ना ही तकदीर बदली और ना ही संवरी। आज अररिया देश के 115 सबसे पिछड़े जिलों में शुमार होकर अपने राजनीतिक रहनुमाओं…

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