बहुमत प्रामाणिकता का प्रमाण नहीं होता

रोज शाम की तरह शुक्रवार (लोस चुनाव 2019 परिणाम के एक दिन पश्चात) को भी मैं बेगूसराय के गांधी स्टेडियम में टहल रहा था। अचानक मेरी नज़र उस जगह पर पड़ी जहां प्रतिदिन अलग-अलग विचारों एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के समर्थक आपस में बैठकर विभिन्न मुद्दों पर बहस किया करते थे। आज उनलोगों की संख्या अन्य दिनों की अपेक्षा थोड़ी ज्यादा थी। सभी साथ बैठे हुए तो थे परन्तु आज कोई बहस नहीं चल रही थी। यह देखकर मुझे थोड़ा आश्चर्य हुआ तो मैंने ही उनलोगों से चुनाव परिणाम पर…

Read More