क्या राहुल गांधी का वायनाड से 1 तीर से 130 निशाने लगे?

Did Rahul Gandhi take 130 arrows from Wayanad 1 arrow?

News Agency : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का दक्षिण भारत के राज्य केरल के वायनाड से लड़ने का फैसला का कितना असर रहा है यह तो twenty three मई को आने वाले नतीजे बताएंगे लेकिन एग्जिट पोल के नतीजे बता रहे हैं कि कांग्रेस को फायदा होता दिखाई दे रहा है. हालांकि यह असर केरल और तमिलनाडु तक ही सीमित है.

पोल ऑफ पोल्स के मुताबिक आंध्र प्रदेश की twenty five सीटों में टीडीपी को ten, वाईएसआर कांग्रेस को fifteen, कांग्रेस और बीजेपी को कोई भी सीट मिलती नहीं दिखाई दे रही है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में टीडीपी को fifteen, वाईएसआर कांग्रेस को eight, बीजेपी को two और कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी. दक्षिण के इस राज्य में कांग्रेस को फायदा होते नहीं दिखाई दे रहा है. अब बात करें कर्नाटक की तो पोल ऑफ पोल्स के मुताबिक राज्य की twenty eight सीटों में से सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस को nine, बीजेपी को nineteen और अन्य के खाते में एक भी सीट नहीं जा रही है.

साल two014 के आंकड़ों से देखें तो इस चुनाव में बीजेपी को seventeen और कांग्रेस को nine औ जेडीएस को 2 सीटें मिली थीं. अब बात करें केरल की जहां के वायनाड सीट से राहुल गांधी ने चुनाव लड़ा था. पोल ऑफ पोल्स के मुताबिक कांग्रेस गठबंधन को fourteen, वामदलों को four, बीजेपी को one और अन्य के खाते में one सीट जाते दिखाई दे रही है. वहीं साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को eleven, वामदलों को seven और अन्य के खाते में एक सीट गई थी.

तमिलनाडु में इस बार दो दिग्गज पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता और करुणानिधि के बिना लोकसभा चुनाव हुआ है. जयललिता और करुणानिधि के न रहने से एआईएडीएमके और डीएमके में अंदरुनी खींचतान जारी है. बीजेपी ने सत्तारूढ़ एआईएडीएमके के साथ गठबंधन किया है और कांग्रेस ने डीएमके के साथ. पोल ऑफ पोल्स के मुताबिक राज्य की thirty-nine सीटों में से एआईएडीएमके + बीजेपी को eleven, डीएमके+कांग्रेस को twenty seven और अन्य के खाते में एक भी सीट जाते नहीं दिखाई दे रही है.

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके को thirty seven, बीजेपी को two और पीएमके को one सीट मिली थी. आंध्र प्रदेश से अलग हुए तेलंगाना की seventeen सीटों में एनडीटीवी पोल ऑफ पोल्स के मुताबिक से सत्तारूढ़ टीआरएस को twelve, कांग्रेस को two, बीजेपी को one और अन्य के खाते में one सीट जाते दिखाई दे रही है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में टीआरएस को eleven, बीजेपी को one, कांग्रेस को two और अन्य के खाते में three सीटें गई थीं. अगर नतीजे यही रहते हैं तो तमिलनाडु और केरल को छोड़कर कांग्रेस को किसी भी राज्य में कोई बहुत फायदा होता नहीं दिखाई दे रहा है. कर्नाटक की twenty eight, आंध्र प्रदेश की twenty five, केरल की 20, तेलंगाना की seventeen, पुदुच्चेरी की one, तमिलनाडु की thirty-nine सीटें मिलाकर यहां पर कुल a hundred thirty सीटे हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड में चुनाव लड़ने के पीछे एक बड़ी वजह यह भी मानी जा रही है कि कांग्रेस का अब पूरा फोकस दक्षिण के राज्यों में पैठ बनाने की है क्योंकि उत्तर भारत में उसे क्षेत्रीय दलों जैसे उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा और बिहार में आरजेडी सहित कई अन्य पार्टियां तो दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में टीएमसी और ओडिशा में बीजू जनता दल से पार पाना इतना आसान नहीं होगा और उसे इन राज्यों में बीजेपी के साथ-साथ इन पार्टियों के बराबर वोटबैंक बढ़ाना होगा जो कि इतना आसान नहीं है. लेकिन दक्षिण की राजनीति में उसे संभवाना दिख रही है और यह कांग्रेस के लिए ‘एक तीर से a hundred thirty निशाने’ लगाने वाला दांव था.

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